डायलिसिस के मरीजों के लिए फल और हरी सब्जियों का सेवन वरदान सिद्ध हो सका है। एक शोध में यह खुलासा हुआ है कि फलों और सब्जियों का अधिक इस्तेमाल डायलिसिस के मरीजों में असामयिक मृत्यु के खतरों को कम करने में काफी कारगर है। क्लीनिकल जर्नल ऑफ द अमेरिकन सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार किडनी के मरीजों को भोजन संबंधी सुझाव देने के लिए अब भी काफी शोध करने की आवश्यकता है। इस कड़ी में एक सुझाव किडनी के मरीजों को ज्यादा मात्रा में फल और सब्जियों का सेवन करने से जुड़ा है जिससे कार्डियोवैस्कुलर समस्याओं से निजात मिल सकती है।
हालांकि फलों और सब्जियों द्वारा शरीर में पोटाशियम का निर्माण करने से हीमोडायलिसिस ले रहे मरीजों को बहुदा इस प्रकार का भोजन लेने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। इटली के बारी और आस्ट्रेलिया के सिडनी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अपनी स्टडी में पाया कि डायलिसिस करवा रहे वयस्कों में फलों और सब्जियों का अधिक इस्तेमाल दिल की बीमारियों और अन्य बीमारियों से होने वाली मृत्यु दर को कम करने में मदद करता है। सिडनी विश्वविद्यालय की शोधकर्ता वेलेरिया सेगलिमबेने के अनुसार हालांकि भोजन आत्म अनुशासन का एक महत्वपूर्ण बिंदु है, जो मरीज और हैल्थ केयर प्रोफेशनल के बीच सहयोग का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। इससे देखभाल के स्तर को सुधारने में मदद मिलती है लेकिन मरीज पर भोजन के असर के बहुत कम ही सबूत उपलब्ध हैं। भोजन प्रश्नावली को पूरा करने वाले 8078 हीमोडायलिसिस मरीजों पर किए गए शोध के अनुसार केवल 4 फीसदी मरीजों ने ही तय डाइट के अनुसार प्रतिदिन 4 बार फल और सब्जियां खाए। दल ने पाया कि पिछले अढ़ाई साल में 2082 मरीजों की मौत हुई, जिन्होंने प्रतिदिन कम मात्रा में फलों और सब्जियों का सेवन किया। इसकी तुलना में प्रतिदिन 10 बार तक निर्धारित डाइट लेने वाले मरीजों की मृत्यु दर में 20 फीसदी तक कमी आई
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फल और हरी सब्जियों का सेवन डायलिसिस मरीजों के लिए वरदान