पटना । बिहार के चुनावी रण में पहले चरण का मतदान हो चुका है और दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर को होना है। इस चरण में 17 जिलों की 94 सीटों पर मतदान होना है, जिसके लिए 1464 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इस चरण में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, नालंदा और पटना जिले की विधानसभा सीटें शामिल हैं। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के लिए बिहार विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण बेहद महत्वपूर्ण है। इस चरण की 94 सीटों में से 2015 चुनाव में करीब एक तिहाई पर आरजेडी ने जीत दर्ज की थी। इस चरण में महागठबंधन की ओर से राजद 56 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। इन 56 सीटों में 31 सीटिंग सीटें हैं। इस चरण के चुनाव में आरजेडी के कई प्रमुख चेहरों की प्रतिष्ठा दांव पर है। इसी चरण में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव वैशाली के राघोपुर से तो पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव समस्तीपुर के हसनपुर से चुनावी मैदान में हैं। वहीं कई बाहुबलियों और उनके परिवारजनों साख भी दांव पर लगी है।
प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता उजियारपुर से आरजेडी प्रत्याशी हैं। जबकि पूर्व सांसद और युवा आरजेडी के अध्यक्ष शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल बिहपुर सीट से मैदान में हैं। आरजेडी ने जिन बाहुबलियों या उनके परिवारीजनों को चुनाव मैदान में उतारा है, उनमें से अधिकांश के भाग्य का फैसला भी इसी चरण में होना है। इनमें पहला नाम रीतलाल यादव का है, जो पटना की दानापुर सीट से राजद प्रत्याशी हैं। पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद शिवहर सीट से चुनाव मैदान में हैं। पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे और भाई की सीटें भी दूसरे चरण में शामिल हैं। उनके बेटे रंधीर कुमार सिंह छपरा से और भाई केदारनाथ सिंह बनियापुर से लड़ रहे हैं, जबकि पूर्व सांसद रामा सिंह की पत्नी बीना सिंह वैशाली की महनार सीट से भाग्य आजमा रही हैं।
2015 के विधानसभा चुनाव में इन 94 विधानसभा सीटों में से 29 सीट जेडीयू को मिली थी, जबकि आरजेडी 31 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। वहीं, बीजेपी को 19, कांग्रेस को 6, सीपीआई को एक, एलजेपी को एक और दो निर्दलीय विधायक जीते थे। पिछले चुनाव में महागठबंधन ने 65 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, चंपारण इलाके में महागठबंधन पर बीजेपी भारी पड़ी थी और एकतरफा जीत दर्ज की थी। नीतीश कुमार सरकार के तीन मंत्रियों की भी साख दांव पर होगी। इनमें मधुबन सीट से बीजेपी विधायक व सहकारिता मंत्री राणा रंधीर, गौड़ा बोराम से जेडीयू व मंत्री विधायक मदन सहनी और पटना साहिब से बीजेपी विधायक व मंत्री नंद किशोर यादव हैं। इस तरह से बीजेपी कोटे के दो और जेडीयू कोटे से एक मंत्री की साख दांव पर होगी।
बिहार चुनाव के दूसरे चरण में 17 जिलों की इन 94 विधानसभा सीटें पर मतदान होना हैं। इनमें नौतन, चनपटिया, बेतिया, हरसिद्धि (एससी), गोविंदगंज, केसरिया कल्याणपुर, पिपरा, मधुबन, श्योहर, सीतामढ़ी, रुन्नीसैदपुर, बेलसंद, मधुबनी, राजनगर (एससी), झंझारपुर, फूलपरास, कुशेश्वर अस्थान (एससी), गौरा बौराम, बेनीपुर, अलीनगर, दरभंगा ग्रामीण, मीनापुर, कांति, बरुराज, पारू, साहेबगंज, बैकुंठपुर, बरौली, गोपालगंज, कुचाइकोट, भोरे (एससी), हथुआ, सीवान, ज़िरादेई, दरौली (एससी), रघुनाथपुर, दरौंदा, बरहरिया और गोरियाकोठी हैं। इसके अलावा महराजगंज, एकमा, मांझी, बनियापुर, तरैया, मरहौरा, छपरा, गरखा (एससी), अमनौर, परसा, सोनपुर, हाजीपुर, लालगंज, वैशाली, राजा पाकर (एससी), राघोपुर, महनार, उजियारपुर, मोहिउद्दीननगर, विभूतिपुर, रोसेरा (एससी), हसनपुर, चेरिया-बरियारपुर, बछवारा, तेघरा, मटिहानी, साहेबपुर कमाल, बेगूसराय, बखरी (एससी), अलौली (एससी), खगड़िया, बेलदौर, परबत्ता, बिहपुर, गोपालपुर, पीरपैंती (एससी), भागलपुर, नाथनगर, अस्थावन, बिहारशरीफ, राजगीर (एससी), इस्लामपुर, हिलसा, नालंदा, हरनौत, बख्तियारपुर, दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार, पटना साहिब, फतुहा, दानापुर, मनेर, फुलवारी (एससी) पर 3 नवंबर को मतदान होंगे।
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बिहार विस चुनाव के दूसरे चरण में नीतीश के 3 मंत्रियों सहित तेजस्वी, तेजप्रताप की साख दांव पर - फेज दो में 17 जिलों की 94 सीटों पर होगा मतदान, चुनाव मैदान में हैं 1464 उम्मीदवार