चंडीगढ़ । इनेलो सुप्रीमो चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है और इस देश की अर्थव्यवस्था खेती पर टिकी है। अगर किसान खुशहाल है तो देश मालामाल है और अगर देश का किसान कंगाल है तो देश का बुरा हाल है। आज देश और प्रदेश का किसान खून के आंसू रोने पर मजबूर है लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार गुंगी-बहरी बनी हुई है। हम सत्ता के भूखे लोग नहीं हैं और ना ही हमारा कोई व्यक्तिगत स्वार्थ है, हम तो स्वर्गीय देवी लाल के लगाए हुए पौधे की खून से सिंचाई करते हैं ताकि वो पौधा अच्छे फल दे और लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ हो। चौधरी देवी लाल की एक सोच थी कि इस देश में आम लोगों की मूलभूत जरूरतें जैसे रोजी, रोटी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ और शिक्षा का प्रबंध सरकारी तौर पर किया जाए। इसके लिए उन्होंने आजीवन संघर्ष किया और आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ते रहे। हमारी भी यही सोच है कि उनके सपनों को साकार करें। उन्होंने कहा कि इनेलो की सरकार तो आपने बनानी है लेकिन आज एक वायदा करके जा रहे हैं कि सरकार बनते ही बड़े-बुजुर्गों की पेंशन 5400 रुपए महीना करेंगे।
इनेलो ने शनिवार को अपने प्रत्याशी के अंतिम दौर के प्रचार के लिए बरोदा गांव में विशाल जलसे का आयोजन किया। इस जलसे में भीम आर्मी एवं आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद ने भी शिरकत की। जलसे में उमड़ी भीड़ को देखकर पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला गद-गद नजर आए। उन्होंने महऋषि वाल्मीकि जयंती पर उनको नमन कर बरोदा हलके के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 1 नवंबर को हरियाणा दिवस है। आज संयोग की बात है कि हरियाणा को बने 54 साल हो गए हैं और बरोदा हलके के 54 गांव के प्रतिनिधि यहां मौजूद हैं। इनेलो सुप्रीमो ने कहा कि हारने के बाद भी आपका प्रत्याशी आप के सुख-दुख में आप के साथ खड़ा रहा है इसलिए पार्टी प्रत्याशी को भारी मतों से जिता कर विधानसभा भेजें। प्रदेश की मौजूदा गठबंधन सरकार से चाहे वो किसान है, मजदूर है, छोटा दुकानदार है, व्यापारी है या फिर कर्मचारी है आज हर वर्ग परेशान है। उन्होंने कहा कि बरोदा का उपचुनाव एक मौका है जब आप प्रदेश की गुंगी-बहरी गठबंधन सरकार से पीछा छुड़वा सकते हो।
इनेलो के प्रधान महासचिव एवं विधायक अभय सिंह चौटाला ने विशाल जलसे में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वो इनेलो के प्रत्याशी के प्रचार के लिए बरोदा हलके के सभी 54 गांवों में गए और सभी जगह उन्हें भरपूर आशीर्वाद मिला और लोगों ने आश्वस्त किया कि स्वर्गीय देवी लाल का जमाना वापिस लेकर आना है। उन्होंने कहा कि 3 नवंबर का चुनाव विधायक चुनकर भेजने का नहीं है बल्कि केंद्र की सरकार द्वारा देश व प्रदेश के किसानों पर थोपे गए काले कानूनों के खिलाफ है।
इनेलो नेता ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा मिली हुई है क्योंकि तीनों काले कृषि कानूनों का ड्राफ्ट कांग्रेस की मनमोहन सरकार के दौरान 2012 में हुआ था। कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत न होने के कारण विपक्ष के विरोध के कारण सरकार गिरने के डर से उस समय के बिलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे और उस दौरान गुजरात में बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने उद्योग लगाना चाहती थी, उसका मोदी ने विरोध किया था। आज उस नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं जो उन्हीं बहुराष्ट्रीय कंपनियों को स्थापित करने के लिए ये कानून लेकर आए हैं।
इनेलो नेता ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा अपने आप को किसान हितैषी बताते हैं लेकिन केंद्र सरकार द्वारा अप्रैल 2010 में स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार किसानों को उसकी फसल का 50 प्रतिशत लाभ देने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था और उस कमेटी का अध्यक्ष तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को बनाया गया था और कमेटी ने 50 प्रतिशत लाभ देने की सिफारिश करके अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप दी थी। हुड्डा 2014 तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे लेकिन हरियाणा प्रदेश में उन्होंने इसको लागू नहीं किया तो वो किसान हितैषी कैसे हुए। उन्होंने कहा कि आज महंगाई अपने चरम पर है और आलम ये है कि आम जनता की रोजमर्रा की जरूरत की चीजें 4 से 6 गुणा महंगी हो गई हैं। डीजल-पैट्रोल के दाम बढऩे से जहां किसान की खेती की लागत भी बढ़ गई है वहीं किसान को अपनी फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं।
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सरकार बनते ही बड़े-बुजुर्गों की पेंशन 5400 करेंगे: चौधरी ओमप्रकाश चौटाला