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हरियाणा में 31 दिसम्बर, 2022 तक सभी 6841 गांवों को मिलेंगे पेयजल कनेक्शन : मुख्यमंत्री

हरियाणा में 31 दिसम्बर, 2022 तक सभी 6841 गांवों को मिलेंगे पेयजल कनेक्शन : मुख्यमंत्री

चंडीगढ़,। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर  ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को आश्वासन दिया है कि हरियाणा 31 दिसम्बर, 2022 तक प्रदेश के सभी 6841 आबादीदेय गांवों में जल जीवन मिशन के शतप्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कटिबद्घ है और इसके लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री आज वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री  गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के ग्रामीण जलापूर्ति प्रभारी मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी द्वारा 15 अगस्त, 2019 को लालकिले की प्राचीर से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2024 तक नल से हर घर में जल पहुंचाने के लिए घोषित जल जीवन मिशन तथा इसके क्रियान्वयन के 100 दिन के अभियान के लिए बुलाई गई समीक्षा बैठक में हरियाणा की स्थिति से अवगत करवा रहे थे। केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री  रतन लाल कटारिया भी पंचकूला से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े।
मुख्यमंत्री  ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री से मांग की है कि ‘जल जीवन मिशन’ के राष्ट्रीय अभियान के तहत हरियाणा को ढाणियों में पेयजल कनेक्शन उपलब्ध करवाने के लिए 20 घरों व 100 की आबादी की शर्त में छूट प्रदान की जाए क्योंकि राज्य में बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र में लोग ढाणियों में रह रहे हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने गांव जल एवं स्वच्छता कमेटी की मॉनिटरिंग का काम जिला परिषदों के अधीन करने का सुझाव भी दिया।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री  शेखावत को इस बात की जानकारी भी जानकारी दी कि राज्य ने 31 मार्च, 2021 तक प्रदेश के तीन जिलों नामत: अम्बाला, कुरुक्षेत्र व पंचकूला, 17 खंडों, 916  ग्राम पंचायतों में शतप्रतिशत पेयजल कनेक्शन उपलब्ध करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी, 2021 को अम्बाला जिले को कार्यात्मक घरेलू जल कनेक्शन (एफएचटीसी) जिला बनाया जाएगा और इसके हर गांव के हर घर में पेयजल कनेक्शन कार्यात्मक रहेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री के 100 दिन के जल जीवन मिशन के राष्ट्रीय अभियान के क्रियान्वयन के आंगनवाड़ी केन्द्रों व स्कूलों में पीने के पानी के लिए तथा शोचालयों के लिए नल से उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसकी समीक्षा आज शेखावत ने राज्यों के प्रभारी मंत्रियों के साथ की। मुख्यमंत्री ने इस अभियान के तहत हरियाणा की स्थिति के बारे जानकारी देते हुए केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री को अवगत करवाया कि राज्य के 12,953 स्कूलों में से 12,918 स्कूलों में पीने के पानी की पहले से व्यवस्था है। केवल 27 स्कूल ऐसे हैं जिनमें यह कार्य किया जाना है। इसी प्रकार, 25,962 आंगनवाड़ी केन्द्रों में से 20,800 आंगनवाड़ी केन्द्रों में जलापूर्ति उपलब्ध करवाई जा रही है। 31 दिसम्बर, 2021 तक शेष आंगनवाडिय़ों में जल मिशन के तहत नल से जल की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि हरियाणा में सात लाख कार्यात्मक घरेलू जल कनेक्शन जारी करने के निर्धारित लक्ष्य की तुलना में 5.2 लाख कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं। राज्य में 6,178 गांवों में जल एवं स्वच्छता कमेटियां गठित की गई हैं तथा 3,182 गांवों की कार्य योजना तैयार की गई है।  मनोहर लाल ने बताया कि केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जल जीवन मिशन के तहत जारी मानदण्डों के अनुरूप हरियाणा के 22 जिलों में से 18 जिले श्रेणी-1 में तीन जिले श्रेणी-2 तथा नूह जिला श्रेणी-3 के मानदण्डों में आता है। मुख्यमंत्री ने  शेखावत से मांग की कि मेवात जिले में यमुना नदी से पाइपलाइन के माध्यम से जलापूर्ति की योजनाएं शीघ्र बनाई जाएं। उन्होंने बताया कि हरियाणा में श्रेणी-1 के तहत 31 दिसम्बर, 2020 तक 2721 ग्राम पंचायतों में मिशन का कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार, श्रेणी-2 में 30 सितम्बर, 2021 तक 2500 ग्राम पंचायतों तथा 31 दिसम्बर, 2022 तक 957 ग्राम पंचायतों में पाइप लाइन से जलापूर्ति पहुंचाने का लक्ष्य है।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र शेखावत ने राज्यों से आह्वान किया कि राष्ट्रीय जल जीवन मिशन अभियान प्रधानमंत्री की एक ड्रीम प्रोजेक्ट है तथा जिसका मुख्य लक्ष्य महिलाओं के जीवन में सुधार लाना है। महिलाओं को घर की जरूरत के लिए मटके से पानी लाने से छूट दिलाना है और नल के माध्यम से घर में जल पहुंचाना है और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाकर ईज ऑफ लिविंग में सरलता व सुगमता लाना है। 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति प्रतिदिन पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।  शेखावत ने राज्यों के प्रभारी मंत्रियों को अवगत कराया कि शीघ्र ही राष्ट्रीय जल जीवन कोष की स्थापना की जाएगी जिसमें औद्योगिक घराने व अप्रवासी भारतीय भी अपना योगदान दे सकेंगे। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार प्रमुख विभागों से जुड़े अभियंताओं व अधीक्षक अभियंताओं की कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए कोलकोत्ता में एक राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान खोला जाएगा। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय के सचिव तथा जल जीवन मिशन के राष्ट्रीय निदेशक  यू.पी.सिंह तथा अवर सचिव  भरत लाल ने भी मिशन के बारे प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन में हरियाणा देश में चौथे स्थान पर है तथा इसके 2497 गांवों में शतप्रतिशत जलापूर्ति नल के माध्यम से की जा रही है। बैठक में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  देवेन्द्र सिंह, मुख्यमंत्री की उप-अतिरिक्त प्रधान सचिव मती आशिमा बराड़, विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव  सुधीर राजपाल, ग्रामीण विकास के निदेशक  हरदीप सिंह, तथा प्रमुख अभियंता  मनपाल सिंह भी उपस्थित थे। 
 

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