नई दिल्ली। दिवाली और अन्य त्योहार के पहले सभी तरह के पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगाने के दिल्ली सरकार के फैसले पर कारोबारियों और दुकानदारों ने कहा कि इस कदम के कारण उन्हें काफी नुकसान होगा। कारोबारियों ने कहा कि वे उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात करेंगे और इस संबंध में फैसले से राहत देने का अनुरोध करेंगे। कारोबारियों ने कहा कि आगामी दिनों में दिवाली, छठ और गुरु पर्व जैसे त्योहारों के मद्देनजर वे पहले से करोड़ों रुपये का पटाखे खरीद चुके हैं। जामा मस्जिद इलाके में पटाखे बेचने का लाइसेंस ले चुके एक दुकानदार ने कहा कि अगर सरकार को प्रतिबंध लगाना था तो वह पहले फैसला कर सकती थी। इससे हमें नुकसान नहीं होता। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध के कारण वित्तीय घाटे से उबरने का रास्ता तलाशने के लिए हम बैठक करेंगे। इस संबंध में एक प्रतिनिधिमंडल के उपराज्यपाल से भेंट करने की संभावना है। दिल्ली में दिवाली के मौके पर पटाखे जलाने पर रोक दिल्ली सरकार ने राजधानी में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए दिवाली के मौके पर सभी तरह के पटाखे जलाने और आतिशबाजी करने पर पूरी तरह रोक लगा दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति बदतर होती जा रही है। इसके चलते उन्होंने इस बार भी लोगों से पटाखे नहीं फोड़ने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली इस समय कोविड-19 और बढ़ते वायु प्रदूषण का सामना कर रही है और 'आप' सरकार इससे निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने लोगों से दिवाली पर पटाखे नहीं फोड़ने की अपील करते हुए कहा कि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति बदतर होती जा रही है।ऐसे में अगर हम इस दिवाली पर पटाखे फोड़ते हैं, तो हम अपने बच्चों और परिवारों के साथ खेल रहे हैं।
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पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के दिल्ली सरकार के फैसले से कारोबारी नाराज