कोलकाता । पश्चिम बंगाल दौरे पर गए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दूसरे दिन दक्षिणेश्वर स्थित काली मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की। पूजा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए गृहमंत्री शाह ने कहा कि राज्य में तुष्टीकरण की राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल चैतन्य महाप्रभु, रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद की भूमि है। तुष्टिकरण की राजनीति ने राज्य की परंपरा को गहरी चोट पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि मैं लोगों से आध्यात्मिक और धार्मिक जागृति का केंद्र रहे बंगाल के गौरव को फिर से लाने के लिए अपनी जम्मेदारी पूरी करने का आग्रह करता हूं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने गुरुवार को कहा कि ममता बैनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने केंद्र की करीब 80 योजनाओं का लाभ राज्य के गरीबों तक नहीं पहुंचने दिया। इसको लेकर लोगों में ममता सरकार के प्रति काफी गुस्सा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में अब सरकार के पतन की शुरुआत हो चुकी है। शाह ने लोगों का आह्वान किया कि सोनार बांग्ला के सपने को मूर्त रूप देने के लिए भाजपा को अगली सरकार बनाने का मौका दें। क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद शाह ने पत्रकारों से कहा कल रात से मैं पश्चिम बंगाल में हूं और ममता बनर्जी के खिलाफ लोगों की भारी नाराजगी महसूस कर रहा हूं।
हमें नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में बदलाव लाने का पूरा भरोसा है। शाह ने भाजपा सदस्यों की ‘हत्या’ को लेकर तृणमूल कांग्रेस सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा जिस तरह से भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं और उन पर अत्याचार हो रहा है, मैं महसूस कर सकता हूं कि ममता बनर्जी सरकार के पतन की शुरुआत हो चुकी है। शाह ने कहा मुझे पूरा भरोसा है कि बंगाल में हम दो तिहाई बहुमत से अगली सरकार बनाएंगे। गृहमंत्री ने पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री किसान और आयुष्मान भारत सहित केंद्र की करीब 80 योजनाओं का लाभ राज्य के गरीबों तक नहीं पहुंच रहा है।
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ममता ने केंद्र की 80 योजनाओं का लाभ राज्य के गरीबों तक नहीं पहुंचने दिया : शाह