नई दिल्ली । पंजाब और हरियाणा समेत उत्तर प्रदेश के भी कुछ इलाकों में जलाई जा रही पराली के साथ अन्य कारकों ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति खराब दी है। जहरीली होती जा रही हवा के चलते शुक्रवार सुबह मॉर्निंग वॉक कर रहे लोग परेशान नजर आए। लोगों ने सांस लेने में तकलीफ के साथ आंखों में जलन की शिकायत की। वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली में हालात बेहद खराब हैं। दिल्ली के आनंद विहार इलाके में वायु गुणवत्ता स्तर 422, आरके पुरम 407, द्वारका में 421 और बवाना में; 430 है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, हालात यही रहे तो आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर गैंस चैंबर जैसी स्थिति में तब्दील हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का काम जोर पकड़ेगा, जिससे दीपावली से पहले ही हालत; बदतर हो सकते हैं। इससे पहले दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया। दिल्ली-एनसीआर में पहली बार कई जगहों शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से ऊपर यानी गंभीर श्रेणी में आ गया। इतना ही नहीं, पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा में भी खासा इजाफा देखने को मिला। हवा का स्तर भी अब हमें प्रदूषण को लेकर गंभीर होने का संकेत दे रहा है। राजधानी दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स तो बुधवार को ही 343 के अंक पर पहुंच गया था। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा संचालित वायु गुणवत्ता सूचकांक निगरानी संस्था सफर के मुताबिक, पराली के धुएं ने दिल्ली-एनसीआर के लोगों का दम घोंटना शुरू कर दिया है। वातावरण में दिल्ली का अपना प्रदूषण तो पहले से ही मौजूद था, पराली के धुएं ने स्थिति को और बदतर कर दिया है। सफर के मुताबिक, बृहस्पतिवार को दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 42 फीसद तक हो गई, जो इस सीजन में सबसे ज्यादा है। सफर इंडिया के मुताबिक, प्रदूषण बढ़ने की प्रमुख वजह उत्तर पश्चिम की तरफ से आ रही हवा भी है। इसके साथ ही पंजाब और हरियाणा में जल रही पराली का धुआं दिल्ली की ओर से आ रहा है।
रीजनल नार्थ
गैस चैंबर में तब्दील होती जा रही है दिल्ली