उपभोक्ताओं को जीएसटी लाभ न पहुंचाने की वजह से राष्ट्रीय मुनाफाखोरी विरोधी प्राधिकरण (एनएपीए)आईटीसी और पतंजलि आयुर्वेद के खिलाफ जांच कर सकता है। प्रमुख एफएमसीजी कंपनी आईटीसी और बाबा रामदेव की पतंजिल पर जीएसटी का लाभ उपभोक्ताओं को हस्तांतरित न किये जाने का शक जताया गया है। जानकारी के मुताबिक कुछ अन्य कंपनियों पर भी जीएसटी लाभ हस्तांतरित न किये जाने का शक है। इनमें प्रॉक्टर ऐंड गैम्बल और जॉनसन ऐंड जॉनसन शामिल हैं। आईटीसी से एक नोटिस के जरिये पूछा गया है कि वह उपभोक्ताओं को कर लाभ दे रही या नहीं। यदि नहीं तो कंपनी इससे कितना लाभ कमा रही है। वहीं पतंजलि को मिले नोटिस के मुताबिक कंपनी के पास अगस्त 2018 तक लगभग 176 करोड़ रुपए की मुनाफाखोरी-रोधी पूंजी संग्रह है और इसके खिलाफ मार्च 2019 तक जांच का विस्तार किया जाएगा।