कहावत है जाको राखे साइयां मार सके न कोई, जीहां ऐसा ही एक वाकया गुजरात के सूरत जिले में शुक्रवार को घटा यहां 70 लोग बाल-बाल बच गए। दरअसल, रोड के किनारे खड़ी एक बस में 70 लोग सवार थे और अचानक से यह बस खाई में खिसकने लगी। हालांकि, इस बस को कई पेड़ों ने रोक लिया और लगभग 90 डिग्री पर खड़ी हो चुकी बस में से सभी लोग सुरक्षित बाहर आ गए।
बताया गया कि यह प्राइवेट बस सहारा दरवाजा इलाके से शिरडी के लिए जा रही थी और इसमें राठौड़ परिवार के लोग सवार थे। बस दांग जिले के पहाड़ी इलाकों के टेढ़े-मेढ़े और संकरे रास्तों से गुजर रही थी। इसी बीच मालेगांव-सतपुड़ा के पास एक तीखे मोड़ पर बस रुकी। लोगों ने बताया कि ड्राइवर ने गलत तरीके से बस मोड़ी और अपनी गलती सुधारने के लिए उसने बैक गियर लगा दिया। बस पीछे की ओर चलते-चलते एकदम किनारे पर पहुंची और सड़के खत्म हो जाने के चलते अचानक घाटी में फिसलने लगी। सब लोग डर गए थे लेकिन कुछ पेड़ों ने बस को घाटी में गिरने से बचा लिया। बस के रुकते ही यात्रियों ने समझदारी दिखाई और जल्दी-जल्दी सभी यात्री बस से बाहर आ गए। अगर पेड़ ना होते तो बस लगभग 200 फीट गहरी खाई में गिर जाती और लोगों की जान भी जा सकती थी। जानकारी के मुताबिक, दांग जिले के इन इलाकों में पहले भी इस तरह के कई हादसों में लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं। पिछले साल दिसंबर में ही दांग जिले के सुबीर इलाके में एक बस खाई में गिर गई थी। इस बस में 90 स्कूली बच्चे, पैरंट्स और टीचर सवार थे। हादसे में सात बच्चों समेत कुल 10 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में कहा कि ड्राइवर मौके से फरार हो गया है और इस बात की जांच की जा रही है कि आखिर यह हादसा हुआ कैसे।
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पेड़ की वजह से खाई में गिरने से बची बस, 70 की बची जान