नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और उससे लगे इलाकों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए नवगठित आयोग ने आपात आधार पर वायु प्रदूषण कम करने के लिए सोमवार को मौजूदा कानूनों, दिशानिर्देशों और मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को लागू करने की जरूरत पर जोर दिया है। आयोग ने तत्काल अनुपालन के लिए कुछ अहम उपाय सुझाए हैं, जिनमें निजी परिवहन के साधनों का इस्तेमाल यथासंभव कम से कम करना, बहुत आवश्यक नहीं होने पर आवाजाही से बचना तथा घर से काम करना शामिल है।
आयोग ने अपने एक बयान में कहा कि भविष्य की रणनीति में अनेक हितधारकों से परामर्श जरूरी होगा। हालांकि इस स्तर पर आयोग आपात आधार पर वायु प्रदूषण कम करने के लिए मौजूदा कानूनों, नियमों, दिशानिर्देशों तय मानक संचालन प्रक्रियाओं को सख्ती से लागू करने की जरूरत पर जोर देता है। आयोग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कोयले से चलने वाले उद्योगों को आने वाले महीनों में कोयले का कम से कम इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करने की भी जरूरत बताई। आयोग ने तत्काल उठाए जाने वाले कदमों में पानी का छिड़काव बढ़ाने और प्रदूषण वाले स्थानों पर एंटी-स्मॉग गनों का इस्तेमाल बढ़ाने का भी सुझाव दिया।
रीजनल नार्थ
वायु प्रदूषण कम करने के लिए आपात आधार पर लागू करने होंगे दिशा-निर्देश : आयोग