नई दिल्ली । सर्दी का मौसम आने व राजधानी में प्रदूषण की स्थिति गंभीर होने के साथ ही अब कारेाना के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। इससे एक बार फिर दिल्ली के लोगों की चिंता बढ़ गई है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के मामले बढ़ने का कारण भी लोग खुद ही हैं। पहला कारण यह; है कि त्योहारी सीजन होने के कारण लोग घरों से बाहर निकलने लगे हैं। दूसरा कारण यह है कि बाजारों में शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। तीसरी बात यह है कि लोग या तो मास्क पहन नहीं रहे हैं या फिर उसे ठीक से नहीं पहन रहे हैं। इस कारण मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। वहीं, डॉक्टरों का यह भी कहना है कि अब लोग जांच कराने में भी कतरा रहे हैं। लोगों को लगता है कि अगर उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई तो उन्हें 15 दिन घर में रहना पड़ेगा। लेकिन इस लापरवाही के कारण वे अपने साथ अन्य लोगों को भी संक्रमित कर देते हैं। इस कारण कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. बीबी वाधवा ने बताया कि पिछले कुछ समय से लोग कोरोना महामारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इस कारण वे न तो ठीक से मास्क पहन रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी के नियम का पालन कर रहे हैं। ज्यादातर लोगों के मास्क नाक के नीचे ही रहते हैं। ऐसे में मास्क लगाने का कोई फायदा नहीं रह जाता है। अब लोग हाथ धोने में भी लापरवाही बरत रहे हैं। इससे कोराेना संक्रमण एक बार फिर से तेजी से फैलने लगा है। यह लापरवाही दिल्ली के साथ ही देश के अन्य राज्यों के लोगों के लिए भी घातक है क्योंकि दिल्ली में देश के विभिन्न राज्यों से लोग आते-जाते हैं। सफदरजंग अस्पताल के सीनियर रेजिडेंट डॉ. सुनील यादव ने बताया कि त्योहार का सीजन होने के कारण लोग बाजारों में जा रहे हैं, शॉपिंग कर रहे हैं और सार्वजनिक परिवहन के साधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन इस दौरान वे न तो शारीरिक दूरी के नियम का पालन कर रहे हैं और न ही अनिवार्य रूप से मास्क लगा रहे हैं। मास्क को लोग बस चालान से बचने के लिए गले में लटकाए रहते हैं। लोग 10 साल से छोटे बच्चों व 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों को भी घर के बाहर ले जा रहे हैं। इस कारण संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जब तक वैक्सीन या बीमारी का इलाज न आ जाए, लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।
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कोरोना पर लापरवाही पड़ रही दिल्ली वालों पर भारी