मुंबई, । फरवरी २०२२ में मुंबई महानगरपालिका का सार्वजानिक चुनाव होने वाला है और भाजपा ११४ का आंकड़ा हासिल करने के लिए अभी से अपने बलबूते चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. सूत्रों की मानें तो भाजपा की नजर शिवसेना, कांग्रेस के नाराज नगरसेवकों पर टिकी है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के करीब ३५ नगरसेवक नाराज चल रहे हैं जो आने वाले समय में भाजपा में शामिल हो सकते हैं. गौरतलब हो कि फरवरी २०१७ में हुए मनपा चुनाव में भाजपा को ८२ और शिवसेना को ८४ सीटें मिली थी. जिसके बाद निर्दलीय नगरसेवकों के साथ मिलकर भाजपा ने मनपा में सत्ता बनाने की कवायद की थी. मगर तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने युति धर्म का पालन करते हुए सत्ता से दूर रहकर पहरेदार की भूमिका में रहने का निर्णय लिया. लेकिन वर्ष २०१९ में हुए महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव के बाद परिस्थिति बदल चुकी है. शिवसेना द्वारा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तथा कांग्रेस के साथ मिलकर सत्ता बनाने के बाद भाजपा भी अब मुंबई मनपा चुनाव में अपने बलबूते सत्ता पर काबिज होने की कवायद में जुट गई है. यही वजह है कि शिवसेना, कांग्रेस के नाराज नगरसेवकों पर भाजपा की नजर टिकी है.
रीजनल वेस्ट
मुंबई में शिवसेना, कांग्रेस के नाराज नगरसेवकों पर भाजपा की नजर