पॉपुलर वीडियो शेयरिंग एप टिक टाक की गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर में वापसी हो गई है। यह एप अब डाउनलोड किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले इस एप को गूगल प्ले स्टोर और ऐपल एप स्टोर से हटा दिया गया था।
इस एप को गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर से इसे मद्रास हाईकोर्ट द्वारा इसके डाउनलोड पर बैन लगने के बाद हटा दिया गया था। हालांकि बाद में कोर्ट ने एप से बैन हटा दिया। टिक टाक को इसलिए बैन किया गया क्योंकि कोर्ट ने केंद्र से कहा था कि यह एप पॉर्नोग्राफी को बढ़ावा देता है, खासतौर पर ये चाइल्ड पॉर्नोग्राफी को बढ़ावा देता है। साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा था कि कम उम्र वाले यूजर्स यौन हिंसा का शिकार हो सकते हैं।
कोर्ट में इस ऐप के खिलाफ जनहित याचिका दाखिल की गई थी, जिस पर कोर्ट ने फैसला दिया था। बाद में सरकार ने एपल और गूगल को लेटर लिखकर ऐप को हटाने के लिए कहा था। एक हफ्ते बाद मद्रास हाईकोर्ट ने एप से बैन हटा दिया और कहा कि कोर्ट केवल बच्चों के खिलाफ अपराधों को लेकर चिंतित है और साइबर स्पेस में बच्चों की सुरक्षा के लिए भारत के पास यूएस कोप्पा जैसा कानून नहीं है।
इसके बाद हाईकोर्ट ने कहा था कि जल्द ही टिक टॉक एप प्ले स्टोर और एप स्टोर पर डाउनलोड उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए, टिक टाक ने अदालत को सूचित किया है कि कंपनी ने अब ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है, जिससे न्यूड या अश्लील वीडियो पोस्ट नहीं किए जा सकेंगे। एक दूसरे बयान में टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस ने कहा कि वह अपने प्लेटफॉर्म पर जुलाई 2018 से अश्लील और अभद्र कंटेंट्स को हटा रही है।
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गूगल और एपल पर हुई टिक टाक की वापसी