पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा और टीएमसी की खुनंश के किस्से तो कई है पर इसके बीच एक विचित्र नजारा देखने को मिला। यहां चौथे चरण के मतदान के दौरान जादवपुर के भाजपा उम्मीदवार अनुपम जोकि बोलपुर के पूर्व टीएमसी सांसद थे, वे बीरभूम टीएमसी प्रमुख अनुब्रत मंडल से मिलने गए और उनके पैर भी छुए। हालांकि भाजपा उम्मीदवार के टीएमसी बीरभूम प्रमुख के पांव छूने के मामले ने अब राजनीतिक रंग लेता दिख रहा है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि बीरभूम के टीएमसी प्रमुख अनुब्रत के कारण ही अनुपम हाजरा को पहले तृणमूल कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
अनुपम के अनुसार, मैं बोलपुर में अपना वोट डालने आए था और मुझे पता चला था कि 'बीरभूम के टीएमसी प्रमुख अनुब्रत मंडल की माताजी का देहांत हो गया है, तो मैं उनसे मिलने आया था। क्योंकि वह मेरे अंकल की तरह हैं और वह राजनीति में मेरे वरिष्ठ भी हैं। हमारे बीच मतभेद थे, लेकिन अब मैं कह सकता हूं कि वह बीरभूम में श्रेष्ठ हैं'। टीएमसी बीरभूम के प्रमुख अनुब्रत जो चुनाव आयोग की निगरानी में थे, उन्होंने अनुपम को लेकर कहा, वह हमारी पार्टी के साथ थे। उन्होंने कुछ गलती की, हम उन्हें अपनी पार्टी में लेने के लिए तैयार हैं, बल्कि अगर वह हार जाते हैं तो हम उन्हें राज्यसभा का टिकट देंगे। हालांकि अनुब्रम ने कहा, "यह एक शिष्टाचार दौरा था और हमें इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। वहीं, भाजपा के अंदर इस बात को लेकर खुसफुसाहट शुरू हो गई है। भाजपा मुख्यालय ने इस बारे में बंगाल से रिपोर्ट तलब की है।
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भाजपा प्रत्याशी ने टीएमसी बीरभूम प्रमुख के किए चरणस्पर्श, बोले- हारने पर हम उन्हें रास का टिकट भी देंगे