नई दिल्ली । अगर आप कोविड मरीज के संपर्क में आएं है तो अब आपको कोरोना जांच रिपोर्ट आने तक अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन होगा। अगर आपकी रिपोर्ट निगेटिव आती है तो आपको आवाजाही की छूट मिलेगी। संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है। सभी जिला सर्विलांस अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश जारी कर दिया है। कोविड संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए वर्तमान में कोविड मरीज के संपर्क में आएं लोगों को चिन्हित करने के लिए वर्क प्लेस, समूह गतिविधि वाली जगह पर कांटेक्ट ट्रेसिंग कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक कोरोना के कई मरीजों में कोई लक्षण नहीं होता है। कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान ऐसे लोगों को जांच के लिए सैंपल ले लिया जाता है। रिपोर्ट आने तक उनका मिलना जुलना जारी रहता है। अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उनसे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सरकार ऐसे लोगों को करोना का साइलेंट कैरियर मानती है। इसलिए सरकार ने फैसला लिया है जांच सैंपल लेने के बाद जब तक रिपोर्ट नहीं आती है तब तक मरीज के संपर्क में आएं व्यक्ति को अनिवार्य क्वारंटाइन में रहना होगा। उसकी सर्विलांस टीम निगरानी भी रखेगी। वर्तमान में एक मरीज पर कम से कम 13-15 लोगों की काटेंक्ट ट्रेसिंग करके कोरोना जांच की जा रही है। नजदीकी संपर्क (फैमिली) में रहने वालों की 5 दिन में दो बार जांच की जा रही है।
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दिल्ली कोविड मरीज के संपर्क में आए लोग क्वारंटाइन होंगे