चंडीगढ़। सिरसा डेरे के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को हरियाणा सरकार ने 24 अक्टूबर को 1 दिन के लिए पैरोल पर जेल से बाहर निकाला था। राम रहीम इस वक्त रोहतक की सुनारिया जेल में साध्वी यौन शोषण मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है। राम रहीम को पैरोल आखिर क्यों दी गई, इस पर पहली बार हरियाणा के जेल मंत्री रंजीत सिंह ने आधिकारिक जानकारी दी है।
जेल मंत्री रंजीत सिंह ने कहा है कि जेल में सजायाफ्ता किसी भी कैदी को 1 दिन के लिए परिवार में किसी की बीमारी या शादी-ब्याह के लिए सूरज निकलने से लेकर सूरज के डूबने तक जेल अधीक्षक अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए पैरोल दे सकता है। डेरा मुखी राम रहीम की मां बीमार थीं, जिसके चलते उन्हें पैरोल दी गई थी। रंजीत सिंह ने कहा कि फिलहाल भविष्य में राम रहीम ने और पैरोल की अपील नहीं की है। रंजीत सिंह ने कहा कि कोरोना को देखते हुए हरियाणा में करीब 6 हजार कैदियों की पैरोल भी 31 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है। करीब 46 हजार कैदी हरियाणा की जेलों में बंद थे, जिन्हें पैरोल दी गई थी। इसके अलावा करीब 1400 कैदियों ने अदालत से पैरोल ली है।
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एक दिन के लिए जेल से बाहर आया था गुरमीत राम रहीम -मां की बीमारी के कारण जेल अधीक्षक ने दी थी पैरोल:रंजीतसिंह