कोलकाता । पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की टीएमसी सरकार का किला ढहाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अभी से अपना रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। पार्टी ने अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में फतह के लिए खास प्लान तैयार किया है। इसके लिए प्रदेश को 5 संगठनात्मक इलाकों में बांटा गया है और 5 केंद्रीय स्तर के नेताओं को अलग-अलग इलाकों का प्रभारी बनाया गया है। भाजपा के आलाकमान ने सुनील देवधर, विनोद तावड़े, दुष्यंत गौतम, हरीश द्विवेदी और विनोद सोनकर को बंगाल के 5 इलाकों में प्रभारी बनाकर भेजा है। नेताओं को निर्देश दिया गया है कि वे स्थानीय कार्यकर्ताओं से मुलाकात करें और उनके स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करें। कहा जा रहा है कि इससे पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ेगा और उन्हें ऐसा लगेगा कि केंद्रीय नेतृत्व उनकी तकलीफों को सुनने के लिए तैयार है।
नेताओं को अपने दौरे के दौरान बंगाल के अलग-अलग इलाकों से एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। उत्तर बंग की जिम्मेदारी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हरीश द्विवेदी को सौंपी गई है। राष्ट्रीय सह सचिव शिव प्रकाश भी उनकी मदद करेंगे। वहीं, नबादिप में विनोद तावड़े और किशोर बर्मन पार्टी की जिम्मेदारी संभालेंगे। कोलकाता क्षेत्र की जिम्मेदारी दुष्यंत गौतम और अमिताभ चक्रवर्ती के कंधों पर होगी। विनोद सोनकर राढ़ बंग का प्रभार देखेंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर को मेदिनीपुर और हुगली इलाके में पार्टी की स्थिति के बारे में रिपोर्ट बनाने के लिए कहा गया है। इस रिपोर्ट में चुनाव के लिए प्रमुख मुद्दों के अलावा इलाके में पार्टी की कमजोरी और मजबूती के बारे में विस्तार से दर्ज करने के का निर्देश दिया गया है। इन नेताओं के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बारी-बारी से लगातार बंगाल दौरे पर रहेंगे।
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पश्चिम बंगाल फतह के लिए भाजपा ने बनाई रणनीति, ममता बनर्जी को घेरने की तैयारी