मैक्वायरी कैपिटल सिक्यॉरिटीज ने यस बैंक के बिजनेस को समझने में अपनी गलती मानी है। ब्रोकरेज हाउस यस बैंक पर पिछले 8 साल से 'कंस्ट्रक्टिव' था। हालांकि, अब एक साथ दो डाउनग्रेड करते हुए इस अंडरपरफॉर्म रेटिंग दी है। मैक्वायरी ने यस बैंक का टारगेट प्राइस 40 प्रतिशत घटाकर 165 कर दिया है। यह मॉर्गन स्टैनली के बाद यस बैंक के लिए दूसरा सबसे कम टारगेट प्राइस है। अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म ने यस बैंक के लिए 125 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। मैक्वायरी के मुताबिक, उस यस बैंक के स्ट्रक्चर्ड फाइनैंस बिजनस के तेजी से बढ़ने की उम्मीद थी। ब्रोकरेज फर्म में फाइनैंशल सर्विसेज रिसर्च के हेड सुरेश गणपति ने भी माना कि विशेषज्ञ के तौर पर यस बैंक को लेकर उन्होंने प्रोफेशनल लाइफ की सबसे बड़ी गलती की। गणपति ने कहा, आज हम अपनी गलती पर शर्मसार हैं। हम मानते हैं कि बैंक के स्ट्रक्चर्ड फाइनैंस बिजनस को समझने में भूल हुई। हमारे द्वारा बैंक को लेकर गलत अनुमान लगाए थे। ब्रोकरेज हाउस ने पहले यस बैंक के स्टॉक को आउटपरफॉर्म रेटिंग दी थी। बैंक ने पिछले शुक्रवार को मार्च तिमाही के नतीजों का ऐलान किया था, जिसमें उस 1,507 करोड़ का घाटा हुआ था। बैंक को पहली बार किसी तिमाही में घाटा हुआ है। साल भर पहले की इसी तिमाही में यस बैंक ने 1,180 करोड़ का मुनाफा कमाया था।
यस बैंक ने मार्च क्वॉर्टर में 3,662 करोड़ की नॉन-टैक्स प्रविजनिंग की, जो एक साल पहले के 400 करोड़ की तुलना में 9 गुना अधिक और दिसंबर 2018 तिमाही के 550 करोड़ रुपये की तुलना में करीब सात गुना अधिक है। मार्च क्वॉर्टर में बैंक का ग्रॉस एनपीए बढ़कर 3.22 प्रतिशत हो गया, जो एक तिमाही पहले 2.10 प्रतिशत था। एक इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रुप आईएलएंडएफएस और जेट एयरवेज को दिए गए कर्ज के बैड लोन में बदलने की वजह से बैंक को इस तिमाही में प्रविजनिंग में बहुत अधिक बढ़ोतरी करनी पड़ी। इस साल मार्च में रवनीत गिल यस बैंक के सीईओ बनाए गए थे। वह बैंक की लोन बुक को लेकर पारदर्शिता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। इसलिए बैंक ने मार्च तिमाही में प्रोविजनिंग में भारी बढ़ोतरी की है। उधर, मैक्वायरी ने बताया कि लोन बुक को साफ-सुथरा बनाने, रिटेल बिजनस में निवेश बढ़ाने और कॉरपोरेट सेगमेंट में बिजनस मॉडल बदलने की वजह से यस बैंक का रिटर्न रेशियो लंबे समय तक निचले स्तर पर रह सकता है। इस दलील के आधार पर उसने बैंक के अर्निंग पर शेयर यानी प्रति शेयर मुनाफे में 45 पर्सेंट की कटौती की है।
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यस बैंक पर मैक्वायरी ने मानी गलती, टारगेट 40 प्रतिशत घटाया