लखनऊ। यूपी की योगी सरकार ने सोमवार से राज्य और निजी विश्वविद्यालय खोले जा रहे हैं। अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने बताया कि कॉलेज और विश्वविद्यालयों में कोरोना दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा। कक्षाओं के दौरान सामाजिक दूरी का पालन करवाया जाएगा। कक्षा में उन्हीं छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया जाएगा, जिनके शरीर का तापमान थर्मल स्कैनिंग के दौरान सामान्य होगा। इसके अलावा कक्षा में सैनिटाइजर्स समेत अन्य दूसरी व्यवस्थाएं की जाएंगी। कक्षाओं में अधिकतम 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही उपस्थित रहेंगे। वहीं, कॉलेज स्टॉफ को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का आदेश दिया गया है। निर्देश में छात्रों से अपील करते हुए कहा है कि सभी छात्रों को फेस कवर/मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
अपर मुख्य सचिव के मुताबिक, कॉलेज और विश्वविद्यालयों को सरकार ने कहा है कि वे ऐसा एकेडमिक कैलेंडर तैयार करें, ताकि कक्षाओं का संचालन 50 फीसदी विद्यार्थियों के साथ किया जा सके। प्रधानाचार्यों से कहा गया है कि संस्थानों को चलाने के लिए एसओपी (स्टैंडर्ज ऑपरेटिंग प्रोसिजर) का पालन किया जाए। सभी के लिए फेस मास्क का प्रयोग अनिवार्य होगा। यूजीसी के दिशानिर्देशों के मुताबिक छात्रों और स्टाफ से कहा गया है कि वे कन्टेंमेंट जोन की ओर जाने से बचें। डब्लूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना पीड़ित मरीजों के सम्पर्क में आए 93 प्रतिशत लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर कोरोना की रफ्तार पर लगाम कसी है। कोविड-19 बचाव के लिए यूपी सरकार ने जो कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की रणनीति अपनाई है, वह दूसरे प्रदेशों के लिए नजीर बन सकती है।
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यूपी में खुल रहे हैं कॉलेज-विश्वविद्यालय, कोरोना प्रोटोकॉल का पालन होगा अनिवार्य -कक्षा में उन्हीं स्टूडेंट्स को प्रवेश मिलेगा जिनका तापमान थर्मल स्कैनिंग में सामान्य होगा