कोलकाता । बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने एक रैली में तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी द्वारा उनके लिए कथित तौर पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने पर उन्हें कानूनी नोटिस भेजा। इसके साथ ही घोष ने कहा कि एक विपक्षी पार्टी के नेता के लिए बनर्जी के आचरण में शिष्टाचार का अभाव था। ज्ञात रहे कि बनर्जी ने रविवार को दक्षिणी 24-परगना जिले में आयोजित एक रैली में कथित तौर पर घोष के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था।
घोष ने कहा कि तृणमूल नेता द्वारा लगाए गए आरोपों पर अदालत निर्णय देगी और इसके साथ ही समाज को सोचना होगा कि इस प्रकार की राजनीति की अनुमति होनी चाहिए या नहीं। अभिषेक बनर्जी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं और उन्हें तृणमूल कांग्रेस में नंबर दो की हैसियत वाला नेता माना जाता है। घोष ने बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय में सोमवार को कहा कि पार्टी में नंबर दो की हैसियत रखने वाले नेता विपक्षी दल के प्रदेश अध्यक्ष के लिए इस प्रकार की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। कानून तो अपना काम करेगा लेकिन दूसरों के प्रति सभ्य आचरण भी होना चाहिए।
घोष ने आगे कहा, 'समाज उनसे (बनर्जी) कुछ शिष्टाचार की अपेक्षा रखता है। कानून तो औपचारिकता हैं, लेकिन व्यक्ति द्वारा किया गया आचरण मायने रखता है।' बता दें कि टीएमसी सांसद और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने रविवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के किसी भी नेता में उन पर आरोप लगाने का साहस नहीं है और वे सब 'भाई' या 'भतीजा' जैसे सांकेतिक शब्द का इस्तेमाल करते हैं।
बनर्जी ने दावा किया था कि जब भी उन्हें निशाना बनाया गया, वे उन नेताओं को अदालत में ले गए। बनर्जी ने बीजेपी नेताओं का नाम लेते हुए उन पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि कैलाश विजयवर्गीय एक बाहरी व्यक्ति हैं और दिलीप घोष एक गुंडा, माफिया हैं।
रीजनल ईस्ट
बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी को कानूनी नोटिस भेजा