YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

नेशन

कोई पार्टी नहीं उतारती कमजोर प्रत्याशी: अखिलेश -सपा की जुबानी जंग कांग्रेस के साथ भी शुरु

कोई पार्टी नहीं उतारती कमजोर प्रत्याशी: अखिलेश  -सपा की जुबानी जंग कांग्रेस के साथ भी शुरु

उत्तर प्रदेश में सपा की एक जुबानी जंग कांग्रेस के साथ भी शुरू हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बयान से विवाद बढता जा रहा है। प्रियंका ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कांग्रेस के उम्मीदवार कई सीटों पर जीत रहे हैं, तो वहीं कुछ सीटों पर बीजेपी के वोट काटने का काम कर रहे हैं। सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव इस बयान पर बिफर गए हैं और उन्होंने बीजेपी-कांग्रेस दोनों पर निशाना साधा। :कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि कांग्रेस ने ऐसा कुछ किया होगा, क्योंकि कोई भी पार्टी ऐसा नहीं करना चाहती है। लोग कांग्रेस के साथ नहीं हैं। अखिलेश ने आरोप लगाया कि बीजेपी और कांग्रेस में कोई अंतर नहीं है। आपको बता दें कि प्रियंका गांधी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में पूरी ताकत के साथ लड़ रही है और बीजेपी की हार निश्चित है। उन्होंने कहा कि हमने ऐसे उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं जो या तो बीजेपी को हरा रहे हैं, या फिर बीजेपी के वोट काट रहे हैं। प्रियंका ने दावा किया था कि उनके कई उम्मीदवार इस बार जीत दर्ज करने जा रहे हैं, जहां पर वह महागठबंधन के साथ-साथ बीजेपी को भी मात देंगे।यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव बोले कि कांग्रेस बीजेपी को फायदा पहुंचाना चाहती है, कांग्रेस ने ही बीजेपी को एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करना सिखाया। बीजेपी ने ईडी, सीबीआई और अन्य एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करना सीख गई है, ये कांग्रेस की ही देन है। अखिलेश यादव ने राहुल गांधी के उस आरोप को भी निराधार बताया, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि सपा-बसपा को बीजेपी कंट्रोल कर रही है। अखिलेश बोले कि सपा-बसपा-रालोद को कोई कंट्रोल नहीं कर सकता है, हम तीनों पार्टियां ही हैं जो यूपी में बीजेपी के खिलाफ लड़ रही हैं। क्या सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव उनके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन चाहता है कि देश को एक नया प्रधानमंत्री मिले, जब सीटें सामने आएंगी तो उसके बाद पार्टी पीएम का उम्मीदवार भी तय करेगी। उन्होंने कहा कि ये खुशी की बात ही होगी अगर नेताजी प्रधानमंत्री बनते हैं, लेकिन इसकी संभावना शायद ही है। 

Related Posts