नई दिल्ली । राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के 6 सदस्यों का दल आन्ध्र प्रदेश को मिशन के प्रमुख कार्यक्रम “हर घर जल” के लक्ष्य को हासिल करने में तकनीकी सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से 2-5 दिसम्बर, 2020 तक राज्य के दौरे पर पहुंचा। इस दल की यात्रा का उद्देश्य विभिन्न मुद्दों और चुनौतियों की पहचान के साथ ही अच्छी पद्धतियों का दस्तावेजीकरण करना भी है। इस दल ने राज्य के विभिन्न भागों का दौरा किया है तथा जल आपूर्ति योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित मैदानी स्तर के अधिकारियों के साथ ही ग्राम प्रधानों और ग्राम पंचायतों के सदस्यों से भी संवाद किया है। जल जीवन मिशन केन्द्र सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है जिसका लक्ष्य गांवों के सभी परिवारों तक पर्याप्त मात्रा और निर्धारित गुणवत्ता का पीने योग्य पानी नियमित और लम्बी अवधि तक उपलब्ध कराना है। ग्रामीण परिवारों तक पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए केन्द्र और राज्य सरकार साथ में मिलकर काम कर रही हैं। आन्ध्र प्रदेश सरकार ने 2023-24 तक राज्य के सभी ग्रामीण परिवारों तक नल से पानी पहुंचाने की योजना बनाई है।
राज्य में 95.66 लाख ग्रामीण परिवारों में से अब तक 34.94 लाख परिवारों को नल का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है तथा बाकी परिवारों को भी योजना के अन्तर्गत सुविधा देने का काम तेजी से चल रहा है। छह सदस्यीय दल ने नौ जिलों, विशाखापट्टनम, कृष्णा, चित्तूर, श्रीकाकुलम, विजियनगरम, पश्चिम गोदावरी, कडप्पा, अनंतपुर और कर्नूल का दौरा किया। मिशन के कार्यों की प्रगति का जायजा लेने के लिए रैंडम आधार पर विभिन्न गांवों/ बसाहटों का चयन किया गया। दल ने विजियनगरम जिले के कोथावालसा ब्लॉक का दौरा किया जहां लोगों और पांच महिला सदस्यों वाले वीडब्ल्यूएससी से चर्चा की। कृष्णा जिले के पल्लेतुम्मलापलम गांव में 100 दिवसीय अभियान के दौरान पंचायत भवन और स्कूलों में पानी के लिए नल कनेक्शन प्रदान किए हैं। गांव में पानी की एक टंकी है और पानी की आपूर्ति के लिए हौदी तथा स्लो सैंड फिल्टर (मंद बालू निस्पंदक) व्यवस्था है।
रीजनल साउथ
आन्ध्र प्रदेश को 2023-24 तक “हर घर जल” का लक्ष्य हासिल करने में तकनीकी सहायता के लिए पहुंचा राष्ट्रीय जल जीवन मिशन का दल