नई दिल्ली । त्रिपुरा के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बिप्लब देव के खिलाफ पार्टी संगठन में विरोध शुरु हो गया है। रविवार को एक बैठक के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने अगरतला में पार्टी के शीर्ष नेताओं के सामने 'बिप्लब हटाओ, भाजपा बचाओ' जैसे नारे लगाए। हालांकि, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद कुमार सोनकर ने कहा कि पार्टी में ऐसा कोई मतभेद नहीं है।
अगरतला पहुंचे विनोद कुमार सोनकर गेस्ट हाउस में पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे, तभी बाहर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता एकत्र हो गए। इन लोगों ने सीएम बिप्लब देव के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। त्रिपुरा में बिप्लब देव के नेतृत्व में भाजपा और आईपीएफटी गठबंधन की सरकार है।
ज्ञात हो कि सीएम बिप्लब देब के खिलाफ आवाजें पहली बार नहीं उठी हैं। इससे पहले अक्टूबर में भी त्रिपुरा भाजपा के कुछ असंतुष्ट विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर उनकी शिकायत की थी। चार विधायकों के इस दल ने त्रिपुरा में संगठन में सीएम देब की वजह से पैदा हुए कुप्रबंधन को लेकर जानकारी दी थी। सुदीप रॉय बर्मन विरोधियों के नेता माने जाते हैं। सुदीप ने कई बार सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री बिप्लब देव की आलोचना कर चुके हैं। बिप्लब देव ने जून में सुदीप को स्वास्थ्य मंत्री पद से हटा दिया था, जिसके बाद उनके संबंधों में तल्खी बढ़ गई है।
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बैठक में लगे 'बिप्लब हटाओ, भाजपा बचाओ' के नारे, पार्टी संगठन में शुरु हुआ त्रिपुरा के मुख्यमंत्री का विरोध