YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

रीजनल नार्थ

 किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर विपक्षी फैला रहे अराजकता-योगी

 किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर विपक्षी फैला रहे अराजकता-योगी

लखनऊ । किसानों के आंदोलन और मंगलवार को भारत बंद के एलान पर उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर प्रदेश और देश में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल माहौल खराब कर रहे हैं। भोले-भाले किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अराजकता फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने किसानों के लिए कई क्रांतिकारी कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि दिल्ली में जब शीला दीक्षित की सरकार हारी तो राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस मंडी कानून में संशोधन करेगी। हार के लिए तब राहुल गांधी ने उसी को कारण माना था। उन्होंने कहा कि यूपीए और कांग्रेस ने कभी किसानों के हित में कोई कदम नहीं उठाया। अब कृषि संबंधी कानूनों को लागू किया गया तो उसका विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिल को संसद की स्थाई समिति में रखकर विस्तृत चर्चा की गई थी। बैठक में अकाली दल, सपा, टीएमसी, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस नेताओं ने राज्यों को एक्ट में संशोधन करने और मॉडल एक्ट लागू करने की वकालत की थी। जिसके तहत ‘वन नेशन वन मंडी’ की परिकल्पना को लागू किया जा सके। अब वही लोग भोले भाले किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अव्यवस्था पैदा करना चाहते हैं। 
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों ने एपीएमपी एक्ट के संशोधन का वादा 2019 के चुनाव में घोषणा पत्र में भी किया है। अब मोदी सरकार ने संशोधन किया है तो यह लोग अव्यवस्था फैला रहे हैं। सभी राजनीतिक दलों को जनता के सामने माफी मांगनी चाहिए। इन लोगों ने संसद में भी, सरकार में रहते हुए भी और 2019 के चुनाव के बाद संसद की स्थाई समिति की बैठक में भी इस बिल का समर्थन किया था। मुख्यमंत्री योगी ने दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आप सरकार ने नए कानूनों का नोटिफिकेशन भी जारी किया था। अब किसानों को बरगलाकर भारत बंद का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2010-11 में केंद्रीय कृषि मंत्री ने सभी राज्य सरकारों को एपीएमसी एक्ट में संशोधन के लिए पत्र लिखा था। कांग्रेस और उसे समर्थन करने वाले राजनीतिक दल आज अपने वक्तव्यों से कैसे मुकर सकते हैं। 
 

Related Posts