शिमला। हिमाचल प्रदेश में कोरोना के बीच सरकार ने टीमों का गठन कर घर-घर पहुंच कर लोगों के स्वास्थ्य का हाल जाना है। हिम सुरक्षा अभियान के तहत 7298 सक्रिय टीमों ने लोगों के स्वास्थ्य मापदंडों के बारे में घर-घर जा कर आंकड़े जुटाए हैं। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि अभियान के तहत अब तक 21,54,952 लोगों की जांच की जा चुकी है। अब तक जिला बिलासपुर में 1,23,058 लोगों, चंबा में 1,52,480, हमीरपुर में 1,86,825, कांगड़ा में 4,87,758, किन्नौर में 18,313, कुल्लू में 1,61,723, लाहौल-स्पीति में 5,943, मंडी में 3,69,730, शिमला में 1,46,761, सिरमौर में 1,37,907, सोलन में 1,98,892 और ऊना में 1,65,562 लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है, जो राज्य की 29 प्रतिशत आबादी है।
स्वास्थ्य सचिव अवस्थी ने बताया कि जांच के दौरान कोविड के लिए कुल 29,135, तपेदिक के लिए 8,476 और कुष्ठ रोग के लिए 688 संभावितों की पहचान की गई है। सभी जिलों में अधिकारियों को कोविड, क्षयरोग और कुष्ठ रोग के संभावितों के तत्काल सैंपल लेने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा शुरू किया गया ‘हिम सुरक्षा अभियान’ कोविड-19 महामारी के बारे में लोगों को जागरूक करने और क्षयरोग, कुष्ठ रोग, शुगर, उच्च रक्तचाप आदि के लक्षणों के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए पूरे राज्य में डोर-टू-डोर अभियान के रूप में चलाया जा रहा है। अभियान की निरन्तर निगरानी के लिए अधिकारियों को तैनात किया गया है। हिमाचल में कोरोना से अब तक 743 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 46201 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 7577 एक्टिव केस हैं। शिमला जिले में सबसे अधिक 195 और कांगड़ा में 150 लोगों की कोरोना से मौत हुई है।
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हिमाचल में घर-घर जाकर 21.54 लाख लोगों की जांच -29 हजार में मिले कोरोना जैसे लक्षण, सैंपलिंग के आदेश