कोटपूतली । देशभर में केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन जारी है। राजस्थान में भी इस कानून के खिलाफ किसानों ने रोष प्रदर्शन किया है। अब राजस्थान के किसान कोटपूतली से दिल्ली की ओर कूच करने के लिए रवाना हो गए हैं। हालांकि, इससे पहले किसान प्रदेश के विभिन्न जिलों से कोटपूतली में एकत्रित हुए थे और अब शाहजहांपुर बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर किसानों ने आंदोलन शुरू किया है। जानकारी के मुताबिक, शाहजहां बॉर्डर पर करीब 50 किसान संगठन मिलकर साझा रणनीति बनाएंगे। इस कार्यक्रम में स्वराज अभियान के योगेंद्र यादव के भी पहुंचने का अनुमान है और यहीं पर दिल्ली कूच का ऐलान किया जाएगा। ऐसे में यहां पर सुरक्षा बलों से किसानों की झड़प भी हो सकती है। साथ ही जयपुर-दिल्ली हाईवे पर भी जाम किया जा सकता है।
इधर, सुबह के समय राजग की घटक राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘अगर किसानों की इतनी ही चिंता है तो वह स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करें।' आरएलपी की ओर से कोटपूतली में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए बेनीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने ये कानून लाते समय किसी से चर्चा नहीं की। उन्होंने कहा कि ''जब तीनों विधेयक लाए गए तो किसी से बात नहीं की गयी। हम भी राजग का हिस्सा हैं, हम भी किसान के बेटे हैं, हमसे भी बात करते कि किसानों के लिए ऐसा विधेयक ला रहे हैं। पता नहीं किसने विधेयक का मसौदा बनाया और लाकर रख दिया और हां पक्ष जीता, हां पक्ष जीता..विधेयक पारित कराके चल दिए।" नीवाल ने आगे कहा कि इससे तो आपका भला नहीं होने वाला। अगर प्रधानमंत्री को किसान की इतनी ही चिंता है तो देश में स्वामीनाथन आयोग की रपट लागू करें।''
रीजनल नार्थ
किसान आंदालन: कोटपूतली से दिल्ली कूच करने के लिए रवाना हुए किसान