नई दिल्ली । बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद (बीटीसी) के चुनाव में बोडोलैंड पीपुल्स पार्टी (बीपीएफ) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) दोनों दलों को चार-चार सीटें मिली हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक सीट पर सफलता मिली है। 40 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीपीएफ को 14 सीटों पर बढ़त मिल गई है, जबकि यूपीपीएल छह पर और भाजपा आठ सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, कांग्रेस और गण सुरक्षा पार्टी (जीएसपी) एक-एक सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से आगे है।
इसके अलावा, एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहा है। वहीं मौलाना बदरुद्दीन अजमल की पार्टी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) को किसी भी सीट पर बढ़त नहीं हासिल हुई है। मौजूदा समय में इस पार्टी से चार सदस्य हैं। वोटों की गिनती का काम अभी जारी है। भाजपा, जिनके पास मौजूदा समय में एक सीट है, इस बार प्रदेश सरकार में अपने सहयोगी दल बीपीएफ से अलग अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
साल 2003 के फरवरी महीने में पश्चिम असम के चार जिलों को शामिल कर संविधान की छठी अनुसूची के तहत बीटीसी का गठन किया गया था। बीटीसी के गठन के बाद से ही यहां बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) का शासन रहा है, लेकिन इस बार बीटीसी चुनाव में मुख्य टक्कर भाजपा और बीपीएफ के बीच बताई जा रही है। इस बार बीटीसी चुनाव दो चरणों में करवाया गया था-सात दिसंबर और 10 दिसंबर को। चुनावी रैलियों में भाजपा नेताओं ने अपने सहयोगी दल बीपीएफ के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इस बार के बीटीसी चुनाव को अगले साल असम में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। क्योंकि बीटीसी चुनाव में भाजपा अपनी सरकार में शामिल बीपीएफ से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ रही है।
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बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद चुनाव में बीपीएफ को 14 सीटों पर बढ़त, आठ सीटों पर भाजपा आगे