बेंगलुरू । कर्नाटक के लेबर कमिश्नर ने राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के साथ गतिरोध को समाप्त करने के लिए एक सप्ताह बाद टोयोटा किर्लोस्कर के श्रमिकों के साथ बैठक की। कर्नाटक के श्रम आयुक्त अकरम पाशा ने कहा कि हमने आज टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के श्रमिकों के साथ मुलाकात की। हमने घोषणा की है कि हड़ताल और लॉकडाउन अवैध है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कर्नाटक के बिदादी में अपने दो यूनिटों में उत्पादन 4 दिसंबर को फिर चालू कर दिया है। हालांकि, मजदूरों का एक ग्रुप अभी भी यूनिट के भीतर धरने पर बैठा है। कारखाने के मजदूरों ने घोषणा की है कि वे अपनी हड़ताल को आगे भी जारी रखेंगे। कंपनी ने 4 दिसंबर को एक बयान में कहा था कि श्रमिकों के एक ग्रुप की अवैध हड़ताल जारी रहने के बावजूद कंपनी ने यूनिट में उत्पादन फिर शुरू कर दिया है। इसके लिए मजदूरों और अन्य कर्मचारियों ने कंपनी को लिखित में वचन दिया है।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर एम्प्लॉइज यूनियन और इसके सदस्यों के यूनिट के भीतर ही धरना करने के चलते कंपनी ने 10 नवंबर को अपने दोनों यूनिट में तालाबंदी की घोषणा कर दी थी। कंपनी के बिदादी स्थित दोनों यूनिट की उत्पादन क्षमता 3.10 लाख वाहन सालाना है। कंपनी के कर्मचारियों की ओर से यह हड़ताल एक कर्मचारी के खिलाफ निलंबन संबंधी पूछताछ शुरू करने के विरोध में बुलाई गई थी। कंपनी का दावा है कि संबंधित कर्मचारी का कारखाने के भीतर अनुशासनहीनता और अस्वीकार्य दुर्व्यवहार का पुराना रिकॉर्ड है।
कर्नाटक सरकार के हस्तक्षेप के बाद कंपनी ने अनुशासनहीनता के आरोप में यूनियन के 39 सदस्यों को निलंबित कर दिया था। कंपनी ने कहा कि कर्नाटक सरकार के निर्देश पर उसके प्रबंधन ने 19 नवंबर को लॉकडाउन समाप्त करने की घोषणा की थी, लेकिन इसके बावजूद कुछ ही मजदूर दल काम पर लौटे, बाकी ने हड़ताल जारी रखी। यूनिट का सही से परिचालन करने के लिए लगभग 90 प्रतिशत मजदूरों का होना जरूरी है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर एम्प्लॉइज यूनियन ने कहा कि कर्नाटक सरकार का हस्तक्षेप मजदूरों द्वारा की गई शिकायतों को स्वीकार करने में विफल रहा है।
रीजनल साउथ
टोयोटा किर्लोस्कर कर्मचारियों की हड़ताल जारी, कर्नाटक श्रमायुक्त ने इसे अवैध बताया