नई दिल्ली । एलोन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक ब्रेन मशीन इंटरफ़ेस पर काफ़ी कुछ कर चुकी है। यानी दिमाग़ में एक बाल से भी बारीक चिप लगाकर कंट्रोल करना या मोबाइल से कनेक्ट करना इस तरह की तकनीक पर काम किया जा रहा है। हालाँकि एलोन मस्क टेक्नोलॉजी को ट्रीटमेंट के लिए यूज करना चाहते हैं, ताकि जो बोल नहीं सकते उन्हें मदद मिल सके। वहीं फेसबुक की कहानी इससे थोड़ी अलग है। रिपोर्ट के मुताबिक़ फ़ेसबुक ने अपने इंप्लॉइज को बताया है की कंपनी एक ऐसा टूल डेवेलप कर रही है जो न्यूज आर्टिकल को समराइज कर देगा, ताकि यूज़र्स को उन्हें पढ़ने की ज़रूरत ही न हो। रिपोर्ट में दावा किया है कि उनके पास फ़ेसबुक के एक इंटर्नल मीटिंग का ऑडियो है। ये पब्लिक नहीं है, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक़ ये फ़ेसबुक के हज़ारों इंप्लॉइ के लिए ब्रॉडकास्ट किया जा चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक़ इस मीटिंग में फ़ेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग हैं और इस ऑडियो में कुछ कंपनियों के आला अधिकारियों का प्री रिकॉर्डेड मैसेज है। रिपोर्ट में कहा गया है कि साल के आख़िर में होने वाली फ़ेसबुक इंप्लॉइज के साथ इंटर्नल मीटिंग में कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस असिस्टेंट टूल टीडीएलआर पेश किया है जो न्यूज़ आर्टिकल का सार तैयार कर सकता है।
ग़ौरतलब है कि 2019 में फेसबुक ने न्यूरल इंटरफ़ेस स्टार्टअप सीटीआरएल लैब्स का अधिग्रहण किया था। रिपोर्ट के मुताबिक़ इसी के तहत कंपनी ने ब्रेन रीडिंग के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। संभवतः इससे दिमाग़ में चल रहे थॉट को ऐक्शन में तब्दील किया जा सकेगा। बता दें कि मार्च 2020 में फेस बुक ने कहा था कि कंपनी ऐसा डिवाइस बनाना चाहती है जो दिमाग़ पढ़ ले।
साइंस & टेक्नोलॉजी
इंसान का दिमाग पढ़ने वाला टूल बना रही फेसबुक