सोलन । हिमाचल प्रदेश के फार्मा उद्योगों में बनी 14 दवाइयों के सैम्पल फेल हो गए हैं। केंद्रीय औषध मानक नियंत्रक संगठन के ड्रग अलर्ट के अनुसार इसके सैंपल फेल पाए गए हैं। इसके तहत बद्दी की बनी एलर्जी, बुखार और मल्टी विटामिन के अलावा नालागढ़ की फार्मा कंपनी की बीपी (रक्तचाप) की दवा के सैंपल खराब निकले हैं और हैंड सेनेटाइजर के सैंपल भी मानकों पर सही नहीं उतरे। दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने सभी दवा उत्पादकों को नोटिस जारी कर बाजार से स्टॉक वापस लेने को कहा है। बद्दी के भुड्ड स्थित मैसर्ज मेडीपोल फार्मास्यूटिकल इंडिया कंपनी की फीनाईरमाईन मलिएट टैबलेट टीपीएनएम -003, बद्दी की मैसर्ज श्री रमेस्थ इंडस्ट्री का प्योर हैंड सैनिटाइजर एसआरआई-331, बद्दी के किशनपुरा की मैसर्ज एप्पल फॉर्मूलेशन कंपनी की बुखार की दवा पैरासिटामोल पीडब्ल्यूएस 1905, बद्दी की कंपनी मैसर्ज आईयोन हेल्थ केयर की प्रेगाबालिन एंड मेथाइल कोबिलेमिन कैप्सूल सी 9090149 का सैंपल फेल हुआ है। नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र की आईसोसिस रेमीडीज कंपनी की टेलमीसारटन टैबलेट और कांगड़ा के संसारपुर टैरेस की मैसर्ज सीमेक फॉर्मूलेशन इंडिया कंपनी के हैंड सैनिटाइजर का सैंपल भी फेल निकला है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला दवा निर्माण का हब है, यहां पर एशिया की 30 फीसदी दवाएं निर्मित होने के बाद सप्लाई होती है। चीन से यहां कच्चा माल आता है और दवा निर्माण होता है। मगर, इस बार हरियाणा के आधा दर्जन समेत देश भर की 14 दवाइयां मानकों पर खरा नहीं उतरीं।
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हिमाचल में बनी बुखार की 14 दवाइयों के सैम्पल हुए फेल