शिमला । हिमाचल प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में जेबीटी के 1225 पद भरने के आदेश दिए हैं। इनमें 758 पद बैचवाइज और 467 पद कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के माध्यम से भरे जाएंगे। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला अधिकारियों को बैचवाइज भर्ती के लिए काउंसलिंग शुरू करने को हरी झंडी दे दी है। शिक्षा विभाग के अनुसार, डीएलएड करने वालों को बैचवाइज भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। बीते कई दिन से हजारों अभ्यर्थी इस भर्ती प्रक्रिया के शुरू होने के इंतजार में थे। शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर के हस्तक्षेप के बाद प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने लिखित आदेश जारी किए हैं। जानकारी के मुताबिक एनसीटीई ने बीएड को भी जेबीटी भर्ती के लिए पात्र माना है। प्रदेश के आरएंडपी नियमों के तहत जेबीटी करने वालों को भर्ती में शामिल किया जाता है। ऐसे में इस भर्ती को लेकर दुविधा में फंसी सरकार ने कानूनी राय लेने के बाद डीएलएड को प्राथमिकता देने का फैसला लिया है। सभी जिला उपनिदेशकों को वर्तमान भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के अनुसार बैचवाइज आधार पर काउंसलिंग करने के दे दिए गए हैं। शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने बताया कि बिलासपुर में 87, चंबा में 138, हमीरपुर में 42, कांगड़ा में 268, कुल्लू में 68, लाहौल स्पीति में 16, मंडी में 102, शिमला में 120, सिरमौर में 164, सोलन में 120, ऊना में 100 पदों पर भर्ती होगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को भी जेबीटी भर्ती का रोका गया परिणाम जारी करने को पत्र भेज दिया गया है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने वर्ष 2018 में अधिसूचना जारी की थी और कहा था कि जेबीटी भर्ती में बीएड डिग्रीधारकों को भी मौका दिया जाए। हिमाचल में जेबीटी भर्ती के लिए बने भर्ती एवं पदोन्नति नियम इसकी इजाजत नहीं देते हैं। सरकार ने एनसीटीई को भी पत्र लिखकर कहा था कि हिमाचल में जेबीटी के लिए जो आरएंडपी नियम है, उसके अनुसार डीएलएड ही इसके लिए पात्र हैं।
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अब सरकारी स्कूलों में जेबीटी शिक्षकों के 1225 पद भरेंगे