पटना। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने ( रालोसपा ) ने कहा कि अभिनेत्री कंगना रनौत के ट्वीट से न सिर्फ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का अपमान हुआ , बल्कि यह अमर्यादित टिपण्णी देश और समाज में नफरत फैलाने वाली है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव औऱ प्रवक्ता फजल इमाम मालिक ने कहा कि इस ट्वीट से पता चलता है कि कंगना सस्ती लोकप्रियता के लिए सोशल मीडिया पर इस तरह का पाखंड करती हैं।
मालिक ने कहा कि इस ट्वीट से पार्टी के लाखों कार्यकर्ता आहत हुए हैं। कंगना रनौत के अभद्र और अमर्यादित अभियान को पार्टी ने गंभीरता से लिया और कंगना रनौत और ट्विटर इंडिया के खिलाफ पटना के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में मुकदमा दर्ज कराया है। पार्टी के विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता श्याम बिहारी सिंह ने कंगना रनौत पर मुकदमा दर्ज किया है।
कंगना ने 3 दिसंबर। 2020 को टुकड़े-टुकड़े गैंग के तहत उपेंद्र कुशवाहा की एक चुनावी सभा की फोटो को ट्विटर हैंडल से साझा किया था। उस ट्वीट में उपेंद्र कुशवाहा और दूसरे नेताओं को आजाद कशमीर, लिबरल, जिहादी, अर्बन नक्सल व खालिस्तानी बताया गया है। रालोसपा का कहना है कि कंगना के इस ट्वीट को करीब पांच हजार लोगों ने रिट्वीट किया, उपेंद्र कुशवाहा की गलत तस्वीर को पेश किया गया और समाज में नफरत फैलाने की कोशिश की गई।
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कंगना रनौत के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति दर्ज की थी। उपेंद्र कुशवाहा ने कंगना रनौत के खिलाफ रालोसपा की पुरानी एक चुनावी सभा की तस्वीर के दुरुपयोग किए जाने का आरोप लगाया था। कुशवाहा ने डीजीपी बिहार, डीजीपी महाराष्ट्र व मुंबई पुलिस को टैग कर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। 4 दिसंबर को ही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने दो अलग-अलग ट्वीट कर इसकी शिकायत बिहार व महाराष्ट्र के पुलिस अधिकारियों और ट्वीटर इंडिया के अधिकारियों महिमा कौल और मनीष माहेश्वरी से की थी। लेकिन पुलिस ने भी इस पर संज्ञान नहीं लिया।
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रालोसपा ने कहा - 'कंगना के ट्वीट से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का अपमान हुआ'