भुवनेश्वर । दुनिया में हमने लोगों के अंदर तमाम तरह के शौक देखे होंगे हैं। किसी को घूमना पसंद होता है, तो किसी को अच्छा खाना पसंद है। कुछ लोगों में चित्र-बिचित्र चीजों को इकठ्ठा करने का शौक होता हैं। भुवनेश्वर के कक्षा तीन की छात्रा दिब्यांशी ने देश विदेश के ब्रडों की 5000 से अधिक माचिस की डिब्बियां एकत्र कर अपने घर पर ही अनोखा म्यूजियम बनाया है।
दिव्यांशी पढ़ने लिखने में भी काफी होशियार है। वह कभी विदेश नहीं गई लेकिन उनके पास नेपाल, पोलैंड, भूटान, जापान, बांग्लादेश सहित दुनिया के अनेक देशों में इस्तेमाल होने वाले प्रमुख माचिस ब्रांड मौजूद हैं। उन्होंने यह कलेक्शन अपने नाते-रिश्तेदारों और जानने वालों को बोल-बोल कर एकत्र किया। है। दिब्यांशी ने बताया की वह जब भी कभी वह घर में सुनती कि उनका कोई रिश्तेदार विदेश से आ रहा है तो वह उनसे माचिस लाने के लिए कहती और इस तरह उनके पास माचिस की डिब्बियों का बड़ा संग्रह तैयार हो गया।
दिब्यांशी ने 5,000 से अधिक माचिसों के अपने संग्रह को एल्बम में सुरक्षित किया है। उसने कहा कि मेरे पिता वन्यजीव फोटोग्राफर हैं और बहुत यात्रा करते हैं। मैं उनसे विभिन्न स्थानों पर इस्तेमाल होने वाली माचिसें मंगाती रहती हूं। उसने बताया कि अपने रिश्तेदारों से भी माचिस लाने के लिए भी कहती हूं। मैंने उन्हें विभिन्न विषयों के अनुसार व्यवस्थित किया है।
रीजनल ईस्ट
तीसरी क्लास की दिव्यांशी ने एकत्र की 5000 माचिस की डिब्बियां, घर पर बनाया अनोखा म्यूजियम