नई दिल्ली ।पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। टीएमसी में शुभेंदु अधिकारी समेत कई नेताओं के इस्तीफे से मची खलबली के बीच अमित शाह के दौरे के बाद से ही सियासी हलचल तेज है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को एक बार फिर से जीताने की कवायद में जुटे प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि बंगाल में भाजपा दहाई के आंकड़े के लिए भी संघर्ष करती दिखेगी। इतना ही नहीं, उन्होंने ऐलान किया है कि अगर भाजपा दहाई का आंकड़ा पार करती है तो वह ट्टिटर छोड़ देंगे। इस बार बंगाल में टीएमसी के लिए रणनीति बनाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दावा किया, 'मीडिया के एक सेक्शन ने भाजपा को लेकर जरूरत से ज्यादा ही प्रचार प्रसार किया हुआ है। मगर वास्तविकता यह है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी को दहाई के आंकड़ा पार करने में ही संघर्ष करना पड़ेगा। प्रशांत किशोर ने अपने उसी ट्वीट में एक तरह से भाजपा को चुनौती भी दी है। प्रशांत किशोर ने अपने इस ट्वीट को सेव करने की अपील की है और ऐलान किया कि अगर भाजपा का प्रदर्शन इससे बेहतर रहता है तो वह ट्विटर छोड़ देंगे। प्रशांत किशोर का यह ऐलान इसलिए भी अहम है, क्योंकि भाजपा ने बंगाल में मिशन 200 का लक्ष्य रखा है। बता दें कि ममता बनर्जी के खास माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी के टीएमसी से अलग होने की कई वजहों में एक वजह प्रशांत किशोर भी माने जाते हैं। सूत्र ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के भतीते अभिषेक और प्रशांत किशोर से काफी समय से नाराज चल रहे थे।
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बंगाल चुनाव से पहले प्रशांत किशोर का ऐलान