कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। बीजेपी के राजनीतिक हिंसा के आरोपों का जवाब देकर ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में राजनीतिक हिंसा में कमी आई है। ममता ने कहा कि आत्महत्या को भी राजनीतिक हत्या करार दे दिया जाता है। ममता ने कहा कि बीजेपी पति-पत्नी के झगड़े को भी राजनीतिक झगड़ा बता देती है। उन्होंने फिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर राज्य के विकास के संदर्भ में झूठ बोलने का आरोप लगाकर शाह द्वारा दिए गए आंकड़ों को झूठ का पुलिंदा करार दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, मैं आज केवल दो चीजों पर बोलना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि हम उद्योग में शून्य हैं, हम एमएसएमई में नंबर एक पर हैं। उन्होंने कहा कि हमारे गांवों में हमने सड़कें नहीं बनाईं। हम उसमें भी नंबर एक पर हैं और यह जानकारी भारत सरकार ने साझा की है। उन्होंने कहा कि शाह ने जो कुछ कहा, उसे खारिज करने के लिए उनके पास प्रमाण हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर राज्य के इस अनुरोध को दोहराया है कि पश्चिम बंगाल के किसानों के बीच पीएम किसान सम्मान निधि योजना के धन को उनकी सरकार के माध्यम से वितरित किया जाए। बनर्जी ने कहा कि उन्होंने इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र लिखकर आग्रह किया था कि राज्य में लाभार्थियों के बीच वितरण के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और आयुष्मान भारत योजनाओं के लिए धन राज्य सरकार को भेजा जाए। पश्चिम बंगाल सरकार ने इन दोनों ही योजनाओं को अपने यहां लागू नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में 73 लाख से अधिक किसानों को इस योजना से लाभ मिलना है और कृषि मंत्री को पीएम किसान निधि को राज्य सरकार को हस्तांतरित करने की व्यवस्था करनी चाहिए। बनर्जी ने अपने अनुरोध पर जल्द फैसले की मांग करते हुए कहा कि उनके पत्र में कहा गया है कि धन वितरण के बाद लाभार्थियों की सूची केंद्र सरकार को भेज दी जाएगी। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार राज्य के सभी किसानों को वित्तीय मदद दे रही है, वहीं केंद्रीय योजनाएं केवल किसानों के एक वर्ग के लिए हैं। बनर्जी ने कहा, हमने कभी नहीं कहा कि हम किसानों को धन नहीं देंगे, लेकिन हम चाहते थे कि राज्य सरकार के माध्यम से राशि दी जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का स्वास्थ्य साथी कार्यक्रम पश्चिम बंगाल के सभी 10 करोड़ लोगों के स्वास्थ्य के लिए है, वहीं केंद्र की आयुष्मान भारत योजना से राज्य के केवल डेढ़ करोड़ लोगों को मदद मिल पाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह रबींद्रनाथ टैगोर का कोई अपमान नहीं सहेंगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान के रूप में जन गण मन पर सवाल कर रहे लोगों को जानना चाहिए कि यह देश की मिट्टी का सम्मान है।
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ममता का आरोप, पति-पत्नी के झगड़े को भी राजनीतिक झगड़ा बता देती भाजपा