नई दिल्ली । दिल्ली में वायु प्रदूषण बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया है। इस विषय पर चिंता जाहिर करते हुए दिल्ली भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार ने कहा कि न तो उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और न ही अन्य पड़ोसी राज्यों में पराली जल रही है इसके बावजूद भी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। इससे साफ जाहिर है कि दिल्ली में प्रदूषण का कारण पराली नहीं है। उन्होंने कहा कि क्या अब भी दिल्ली के वायु प्रदूषण के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दूसरे राज्यों को जिम्मेदार ठहराएंगे? क्या अब भी मुख्यमंत्री और उनके बड़बोले मंत्री दूसरे राज्यों के किसानों द्वारा पराली जलाने को बढ़े हुए वायु प्रदूषण का कारण बताएंगे?
नवीन कुमार ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार के पास कभी भी कोई कार्य योजना नहीं थी, सिर्फ अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए दूसरे राज्यों पर दिल्ली के वायु प्रदूषण का दोष मढ़ देती है। 2020 भी खत्म होने को है लेकिन प्रदूषण नियंत्रण को लेकर केजरीवाल सरकार की तैयारियां अभी तक जमीन पर नहीं दिखी। खानापूर्ति के लिए मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों ने फोटो खिंचवाई, प्रचार के लिए हवा-हवाई तैयारियां दिखाई लेकिन किया कुछ भी नहीं। इतना ही दिल्ली में पराली से खाद बनाने का भी बहुत प्रचार करवाया और गांवों का दौरा करने पर पता चला कि खेतों में पराली का अंबार लगा है और कहीं भी पराली से खाद नहीं बनाई गई। उन्होंने कहा कि पराली जलाने का अतिशयोक्तिपूर्ण प्रचार और पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, हरियाणा के किसानों को बदनाम कर स्वयं की विफल नीतियों को केजरीवाल छुपाते आए हैं। केजरीवाल सरकार ने बड़े जोर-शोर से ग्रीन बजट का प्रचार भी करवाया लेकिन उसमें किए गए एंटी-स्मॉग टावर, इलेक्ट्रिक बसें चलाने, 2 करोड़ पौधे लगाने जैसे कई वादों को कभी जमीनी रूप से साकार नहीं किया जिसके कारण आज दिल्लीवासी परेशान हैं। कोरोना संकट के बीच ठंड और प्रदूषण की मार से दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा। अब इन दिनों जो निगम दिल्लीवासियों को मूलभूत सुविधाएं देने के साथ प्रदूषण नियंत्रण के लिए भी कार्य करता है, उसके फंड के पैसों से मुख्यमंत्री केजरीवाल अन्य राज्यों के चुनाव प्रचार में व्यस्त हो गए हैं, उनके मंत्री राज्यों के भ्रमण पर निकले हैं और दिल्लीवासियों को रामभरोसे छोड़ दिया है।
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दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण का ठीकरा पड़ोसी राज्यों पर फोड़ने से बाज़ आएं केजरीवाल