नई दिल्ली । एक महीने बाद भी किसान कानून वापसी की अपनी मांग पर अड़े हैं। केंद्र के 3 कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि वे फसल उगाने के लिए बुराड़ी में निरंकारी समागम मैदान का उपयोग कर रहे हैं। एक किसान ने कहा कि, "चूंकि हम विरोध प्रदर्शन के दौरान एक महीने से बेकार बैठे हैं, हमने प्याज उगाने के बारे में सोचा, हम इसे अपने दैनिक खाना पकाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। हम बुराड़ी के मैदान में अधिक फसल उगाएंगे।" इधर, भाकियू नेता टिकैत ने फिर से किसानों के दिल्ली कूच का ऐलान किया हैं। भाकियू (टिकैत) के प्रदेश उपाध्यक्ष चौ. विनय कुमार ने रविवार को बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर दिल्ली कूच का आह्वान किया हैं। विनय कुमार के अनुसार कुछ किसान वापस आ गए थे तो वह दोबारा जाएंगे और काफी किसान ऐसे भी हैं जो पहली बार जाएंगे। कहा कि किसान विरोधी काले कृषि कानूनों के वापस होने तक आंदोलन जारी रहेगा। कहा किसान जाग गया हैं और वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। उधर, भाकियू अंखड के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज चौधरी ने आज किसानों से पीएम की ‘मन की बात के दौरान पूरा टाइम ताली-थाली आदि बजाने का आह्वान किया है। किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान संगठनों में से एक भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को जान से मारने की धमकी मिली है। राकेश टिकैत ने करते हुए दावा किया उनको बिहार से एक फोन आया था। जिसके जरिए उनको जान से मारने की धमकी मिली। उन्होंने कहा कि उन्होंने फोन कॉल की रिकॉर्डिंग को पुलिस कप्तान के पास भेज दिया है। जो भी जरूरी कदम होंगे वो उठाएंगे।