आज हर हाथ में स्मार्ट फोन है . स्मार्ट फोन पर युग व्हाट्सअप का है . लोग व्हाट्स अप के जरिए ही एक दूसरे से संपर्क में हैं. तरह तरह के व्हाट्स अप ग्रुप्स बन गये हैं . परिवार के , ससुराल के , स्कूल के , कालेज के , कार्यालय के , शहर के , संस्थाओ के , हाबीज के ग्रुप्स में पूछ कर या बिना पूछे ही सदस्य बना दिया जाता है .
जिनके हाथों में प्रबल सूर्य की एडमिनिस्ट्रेशन वाली हस्त रेखा होते हुये भी उनका चयन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज में नहीं हो सका , वॉट्सएप ने उन्हें ग्रुप एडमिन बनने के सुअवसर दे दिये हैं . ऐसे गुणी जन अपनी महत्वाकांक्षा के अनुरूप अपनी कांटेक्ट लिस्ट में से छांट छांट कर अपने अनुयायियों को अपने व्हाट्सअप समूह की छतरी में एकत्रित कर रहे हैं .
अभी इस एकत्रित भीड़ की संख्या २५६ तक सीमित है . मतलब व्हाट्सअप के साफ्टवेयर विशेषज्ञों ने तय कर रखा है कि एक एडमिन, समूह के शेष अधिकतम २५५ लोगों पर वैचारिक राज कर सकता है . अब यह संख्या २५६ ही क्यों निर्धारित की गई है यह समझना समझ से परे है .
मुण्डे मुण्डे मतिर्भिन्ना , २५६ बुद्धिजीवीयो में सदा हर पोस्ट पर सभी एक मत हों यह संभव नही होता . इसलिये व्हाट्सप ग्रुप्स में भी प्रभुता की लड़ाईयां चल रही हैं . एडमिन पहले तो मिन्नतें कर के सादर आपको ग्रुप में जोड़ता है , फिर वही ग्रुप के नियमों का हंटर चलाकर सरे ग्रुप आपको ग्रुप से रिमूव कर देने की धमकी भी दे देता है . मर्माहत सदस्य गुस्से में ग्रुप छोड़ देता है . वह अपने संग अपने इष्ट मित्रो को भी ग्रुप से बिदा करवा लेता है . इस तरह एक नये ग्रुप का सृजन हो जाता है . यह सब, कुछ कुछ वैसा ही है जैसे पहले पार्टी के विघटन होते थे . अंतर यही है कि वह सब कुछ फिजिकल होता था यह सब कुछ वर्चुएल होता है .
पहले लोग सामूहिक ठहाके लगाते थे , एक जोक सुनाता था सब हंसते थे . अब जमाना व्हाट्सअप युगीन है , मैसेज पढ़कर मैं मंद मंद मुस्करा रहा था ,मित्र ने देखा तो कहा मुझे भी फारवर्ड कर दे . वह भी हंसना चाहता था , पर अकेले ही. सो व्हाट्सअप युग के साक्षी बने रहिये जब तक कोई और एप व्हाट्सअप को धक्का मारने न आ जावे . हमारे जैसे पुराने मीडीया सोशलाइज लोगों ने आरकुट , से शुरू कर , ब्लाग , फेसबुक , लिंक्डइन , इंस्टाग्राम , व्हाट्सअप के सफर किये ही हैं . साफ्टवेयर विशेषज्ञ कोई नया अजूबा निकाल ही लायेंगे , तब तक व्हाट्सअप के मजे कीजीये , अपडेट रहिये. मौलिकता छोड़िये , फारवर्ड करिये , डाउनलोड करिये अपलोड करिये बस दिल पर लोड मत लीजिये . एडमिन का तख्ता पलट कर नया ग्रुप बना लीजीये , व्हाट्सअप ज्ञान बघारिये , बस फेक न्यूज से बचे रहिये और अपनो को बचाये रखिये .
(लेखक- विवेक रंजन श्रीवास्तव )
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एडमिन का तख्ता पलट