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वर्ष 2021 - वर्षफल  

वर्ष 2021 - वर्षफल  

विश्व में उपद्रव अराजकता बढ़ेगी, आतंकवाद बढ़े, अन्तर्राष्ट्रों में उत्पाती विध्वसंक गतिविधियों का जोर होगा, उलट-पुलट राज्यों में राष्ट्रों में संविधान उल्लंघन भारत में कुछ शक्ति कुछ अशांति का वातावरण बढ़ेगा, विश्व युद्ध की प्रबल संभावना होगी। 
            
    राजा मंगल                                    मंत्री मंगल
१ जनवरी २१ सु.६.४०,         वर्ष प्रवेश लग्नचक्र,     सौर जगत चक्र,     १३ अप्रैल गृह लग्न चक्र

            
श्लोक :-                 यमबृम्ह वेदांत, विदोवदन्ति, परंप्रधानं पुरुषंतथान्ये।
                    विश्वोत गते कारण मीश रंवा, तस्मै नमो विघ्नविनाश नाय।।
                    प्रणणम्य् शिरसांदेवं गौरी पुत्रं विनायक।
                    भक्तयावासं स्मरेंनित्यं, मार्युकामर्थिसिद्धयम।।
संवत् २०७८ शाके १९४३ का शुभारंभ १२ अप्रैल सोमवार रेवती नक्षत्र में दिन के १० बजकर ३१ मिनिट के बाद से अश्वनी नक्षत्र दिन मंगलवार में मीन, मेष, लग्न में हो रहा है। वर्ष प्रवेश मेष लग्न राजीतिक प्रेरक हिन्दुस्तान की लग्न है लग्न मंगल कुंडली में लग्न में चंद्र शुक्र के साथ बैठे है। अत: राष्ट्र व अंतर राष्ट्र की जनता के विचारों में भेद उभरेगा। 
राक्षस नामक संवत सर में सभी अपने कार्यों में जुटे रहेंगे, साधारण वर्षा राक्षसी वृत्ति में उदंड़ता मानव विहीन नरराक्षस, मनुष्य पाप कृत्यों में लगे रहते है जिसमें सज्जन जन दु:ख पाते है। 

श्लोक :-                गुरु शुक्रोयदैकस्थो, नरयुद्धंतदाभवेत।
                    अकाले व भवेत दृष्टि, जगत्यां नात्र संसय।।

जनवरी मास पर्यन्त गुरु, शुक्र का योग कहीं तहलका मचवा सकता है। सरकारी तौर पर सुरक्षा हेतु कठोर कदम उठाये जा सकते है। सामाजिक उपद्रव के चलते भारत में देश व अन्य राष्ट्रों में चलने वालें भाव में बढ़ोत्तरी हो सकती है, असमय वर्षा विशेष से क्षति होगी, तथा विश्व में अशांति का माहौल बनेगा। माह फरवरी में गृहों के मकर राशियों में संयोग से प्रभावी नेता राजनेता उच्चाधिकारियों में विच्छेद का कारण बनेगा। इस वर्ष सब विरोधी ग्रह जमा हो रहे है, विवाद होगा, झगड़े होगें, राजनैतिक उठा पटक दिखाई देगी, गुरु शुक्र राशि का समय अभी समाप्त नहीं है। संभवत: राष्ट्रों में कारण बनें।
    
श्लोक :-                गृहा सभी त्रेकादश, संयोग बने अबआय। 
                    युद्ध कहीं पर होयेगा, काल बली हो जाय।।

मकर राशि में ग्रह गुरु, शुक्र का संदेश, देश में दैहिक, दैविक, भौतिक क्लेश बढ़ेंगे, पृथ्वी अकुलायेगी, भूवंâप भूखनन, जलाधिक, तूफान, युद्ध आदि के चलते भारी क्षति होगी। कई देश मिलकर युद्ध की योजना बना सकते है। सत्ता के मद में चूर नेता सम्प्रदाय विशेष के खिलाफ, भड़काऊ भाषण देंगे, तो जनता के विचारों को वुंâठित उद्वबेलित करेगा। 

श्लोक :-                 राहु अंगारश्चैक, राशिद्धच्क्ष गतो तथा, 
                    महाभयं च संपादनाम, वृष्टि प्रजायते। 

माह मार्च में राहु मंगल का अंगारक योग खड़ी फसलों को क्षति करेगा। मौसम की प्रतिवूâलता आंधी, तूफान, बवंडर, ओला वृष्टि नुकसान कर सकती है। अनेक देशों में आतंकवाद जानलेवा सिद्ध होगा। भय विषाद का वातावरण कायम होगा। प्रभावित देश मारक, अस्त्र-शस्त्र संग्रह करने में लगे रहेंगे। भारत के कर्णधारों को राष्ट्र विरोधी ताकतों से सचेत रहना चाहिए। भारत देश में विदेशी वूâटनीतिज्ञ का आना खतरे से खाली नहीं रहेगा। कल कारखाने में उत्पादन पड़ने से सौख्य समृद्धि बढ़ेगी, राष्ट्र नायकों में शांति पर चर्चा होगी, भारत का मान बढ़ेगा। 
अप्रैल माह में पाकिस्तान, रुस, चीन, अमेरिका में उग्र वातावरण बनेगा, प्रदर्शन होगें, कहीं युद्ध का षड़यंत्र रचा जायेगा। सुरक्षा प्रबंध भारत को कड़े कर लेना चाहिए, मीन का बुध जनता राजनेताओं में बैर विरोध करायेगा। 

श्लोक :-                जो हो राजा वर्ष का वहीं बनला दीवान,
                    युद्ध उमद्रव आदि से गये हानि महान।।

इस वर्ष राजा व मंत्री युद्ध देवता मंगल बने है फलहानि होवे पृथ्वी पर कहीं भी युद्ध छिड़ सकता है। 
माह मई में भारत की प्रभाव राशि कर्मेश शनि स्वगृही होने से शनि का फल अच्छा होने से सौख्य समृद्धि बढ़ेगी, उद्योग धंधे अच्छे चलेंगे। समयोचित रोजमर्रा की वस्तुए बहूमुल्य मिलती  रहेगी, प्रजा सुख का अनुभव करेगी। शनि पश्चिमोत्तर सत्ता परिपूर्ण देश में अशुभ प्रभाव पड़ेगा, कहीं सीमा विवाद होगा, आतंकी कृत्य जानलेवा सिद्ध होंगे, पाकिस्तान द्वारा कश्मीर पर अनर्गल प्रलाप रागा जायेगा। प्रभावी देश अपनी अलग भूमिका निभा सकते है। विश्व के किन्हीं देशों में जैसे हालात बन सकते है पृथ्वी रक्त रंजित होगी तथा व्याकुलता होगी, विश्व के किसी प्रदेश महानगर में असंभावी घटना प्राकृतिक प्रकोप, वर्षा, बाढ़ आदि तूफान ज्वालामुखी विस्फोट, भूवंâप कारक क्षति संभव होगी। 
भारत के राजनेता उठा-पटक सत्ता हस्तातरण के पेâर बदल में अभद्र व्यवहार करेंगे, वाकयुद्ध, कुर्सी तोड़फोड़ युद्ध, संभावित होगा। खाड़ी के देशों के तनाव की स्थिति उत्पन्न होगी। तेल उत्पादन सप्लाई को लेकर झंझट होगी, अमेरिका, ब्रिटेन, चीन आदि देश भी उलझ सकते है। जून माह २१ 
आगे पीछे बहुत ग्रह रवि के भोम आगार, राजनीति महाद्विन्द होवे बहुत बिगार। 
इस योग के चलते इस माह में उलट पेâर होगें, किसी प्रादेशिक सरकार पर संकट आ सकता है। सत्तारुढ़ सरकार को अपदस्त करने का विरोधी दल षड़यंत्र रच सकते है। पश्चिम उत्तर सीमाओं पर आतंक पैâलाव जानलेवा सिद्ध हो सकता है। काश्मीर का नया राम अलाप पड़ोसी देश तहलका पचायेगा। 
माह जुलाई देश के पश्चिम उत्तर भारत में राज्य विग्रह देश व महानगर में आतंरिक कलह, आतंकी उपद्रव जानलेवा सिद्ध होगा। भारतीय राजनीति में उठा पटक नेताओं का दल बदल होगा। कहीं जन मत हासिल करने की मांग खड़ी होगी। विश्व का कोई देश सर्वशक्ति मान बनने का विचार प्रकट करेगा। युद्ध की आहट होगी, अमेरिका में भूवंâप अन्य आपदा से क्षति होगी, कोई देश तहस-नहस हो सकता हे। भारत की प्रभावशाली राशि तो श्रेष्ठ  है लेकिन मंगल का नीच प्रभाव कष्टी है, चिंगारी उठ सकती है। भारतीय नेताओं को सचेत रहना चाहिए, आतंक कश्मीर के मामलें में उपद्रव बना सकता है। लूटपाट िंहसक उपद्रवों भय होगा। 
माह अगस्त में पैâलता आतंकवाद विश्व को हैरानी में डालेगा। अत: अंतर राष्ट्र में रोग, शोक संतापों की वृद्धि होगी, कहीं युद्ध जैसे हालत नाजुक बन सकते है किसी भी प्रभावी राष्ट्र नायकों को क्लेश बढ़ सकता है। अंतर्राष्ट्रीय स्थिति चिंताजनक बन सकती है। रोजमर्रा के चीजें मिलना कठिन होगा। 
माह सितंबर में संसार में अस्त्र-शस्त्र खूब चलेंगे, चमवेंâगे, सबसे अधिक उपद्रवों चीन, रुस, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, यूरोपी देश, अप्रâीका, अरब राष्ट्र अमेरिका आदि में होगे। गुरु शनि का योग चारों तरफ हू-हल्ला मचवा देंगे। नेताओं में झगड़े झमेले होंगे, प्रादेशिक सरकार डगमगायेगी। कुछ नेता कालकल्वित हो जायेंगे, तो आश्चर्य नहीं। 
माह अक्टूबर में संसार में दैनिक, दैहिक, भौतिक ताप बढ़ेंगे, कहीं आतंकवाद, मारधाड़, तोड़फोड़ आपदा के चलते जनता दुखी पायेगी। विश्व समुदाय में चर्चा निष्प्रभावी रहेगी। 
माह नवबंर में सत्ता पक्ष के विरोधी दल घिनौनी, राजनीति के पचड़े में पड़कर कुचक्र रचेगी, अभद्र व्यवहार होगा। चुनावी चर्चा जोर-शोर से हो सकती है। विरोधी ताकत का पर्दाफाश होगा। राजकाज चलेंगे, राज्य में भारी विद्रोह हो सकता है। स्थान विशेष महानगर विनिष्ट प्राय: हो सकता है। बाढ़ विस्फोट युद्ध उत्पाद की विभाषिका में झुलस सकता है। विभिन्न समुदायों में साम्प्रदायिक जानलेवा दंगे सिद्ध होंगे। 
माह दिसंबर में राजनीति कार्यों में गति रोध सूर्य, मंगल करेगा ही राजनीति नेताओं में अनावश्यक क्रोधावेश कुसीमेच अक्रामक हथियार भी चला सकता है। प्रादेशिक सरकारें संकट ग्रस्त हो सकती है। समय अनुवूâल नहीं राष्ट्र को हिंसक राजनेताओं को हिंसक स्थिति से बचना चाहिए, विश्व समुदाय इस समस्या से निजात पाने के उपाय सोचने लगेगा, कोई प्रभावी राष्ट्र नेतृत्व करने के लिये तैयार भी जायेगा, सौहृार्दपूर्ण मैत्री का वातावरण बनेगा। 


इस्लामिक वर्ष १४४३ की शुरुआत ११ अगस्त २०२१ बुधवार हो रही है। सायं काल मकर लग्न में हो रही है। इस वर्ष का राजा बुध बना है, और लग्न का मालिक शनि है। दोनों ग्रह परस्पर एक दूसरे के सहयोगी है। लग्न में शनि स्वगृही बलवान होकर बैठा है। इस वर्ष राजा मंत्री के प्रभावी पद मंगल को प्राप्त हो गये है। मंगल युद्ध प्रिय ग्रह है। इस्लाम वर्ष के अधिनायक बुध को साथ लेकर अष्टम स्थान में बैठा है। बुध भाग्येश है। इससे स्पष्ट है कि संसार में समूची ताकत मारक अस्त्र-शस्त्र संग्रह करने पर लगी रहेगी, बुद्धि स्थान का मालिक शुक्र भी युद्ध उत्पात के लिए उकसायेगा मकर का शनि राजनेताओं में एक भय की उत्पत्ति राहगीरों को भय रोगों से विनाश होगा। कोरोना आदि वायरस से होगा। 
नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री - प्रमुख पार्टी भारतीय जनता पार्टी जो भारत में सत्ता में है सन् २०२१-२२ विक्रम संवत २०७८ में पूर्ववत सभी राज्यों में प्रभावी रहेगी, माननीय नरेन्द्र मोदी की तिथि १७ सितंबर १९५० रविवार दिन ११ बजे वृश्चिक लग्न में महेणाना गुजरात में जन्म हुआ है। श्री मोदी जी के जन्मांक चक्र में भाग्यश चंद्रमा लग्नेश के साथ मन का मालिक चंद्रमा नीच के है। कार्यक्षेत्र दशम भाव में राजकीय शनि में शनि और शुक्र वेंâद्र के मालिक बनकर बैठे है। शनि का राजकाज में उत्तरोत्तर वृद्धि करेगा, सन् २०२१७२२ में संवत २०७८ में सर्वाधिक मंगल राजा मंगल मंत्री मंगल, दोनों पद जीत कर कुंडली में तनभाव में स्वत: जमा बैठा है। मोदी जी का अधिक समय देश, धर्म, समाज, जगत कल्याण में निकलेगा। 
कांग्रेस पार्टी - राहुल अध्यक्ष बनेंगे, सोनिया जी स्वास्थ्य से कमजोरी होगी, विरोधाभाष बढ़ेगा, पार्टी में तनाव बना रहेगा। सोनिया जी की वुंâभ राशि में जो कि ग्रह गति में इस समय कमजोर है। सबको साथ लेकर चलने में ही लाभ होगा। 
बंगाल में लगभग संभाव में चलने से बंगाल की नीति ममता जी की समता की नीति बंगाल में अपनानी चाहियें, अन्यथा बंगाल में बहुत बड़ा बदलाव होगा। तृणमूल्य कांग्रेस की एकांकी विचारधारा को धक्का लगेगा। गठजोड़ नहीं हो पायेगा। 
आम पार्टी - दिल्ली में सर्वे सरवा मुख्यमंत्री केजरीवाल जी और पार्टी नाम दोनों की राशि मेष है। पार्टी का वर्चस्व बढ़ेगा, क्योंकि इस वर्ष राजा मंगल शनि मंत्री पदों पर बैठे है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया की राशि सिंह है तथा स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन की राशि वुंâभ है। राशि का स्वामी मकर के चलते ख्याति दिलायेगा। सर्वहारा को साथ लेकर चलने में ही पार्टी की कुशलता होगी तथा राजनीति का स्तर बढ़ेगा। 
समाजवादी पार्टी - श्री मुलायम सिंह की पार्टी है जिनकी राशि सिंह है वर्तमान में पार्टी का अध्यक्ष का पद अखिलेश यादव के पास है जिनकी राशि मेष है। पार्टी की राशि वुंâभ है तीनों राशियों के राशिध्याधिपति विरोधी है। अत: विकास में कदम बढ़ाना चाहिये, भीतरघात से बचे उत्तर प्रदेश में आपकी अच्छी पकड़ बनेगी। 
राष्ट्रीय जनता दल की प्रभावशाली राशि तुला है इस राशि के प्रमुख लालू प्रसाद जी है। यादव जी की राशि मेष है दोनों राशियों का स्वामी परस्पर संबंध अच्छे नहीं है। ग्रह चाल परेशानियों की परिचायक है। गठजोड़ छोड़कर ही चलने से लाभ होगा परिवार वाद को त्यागने से ही लाभ होगा। 

जनता दल यू - वुंâभ राशि मकर है वर्तमान में बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार राशि वृश्चिक है। सन् २०२१ इनके लिये अनुवूâल रहेगा। नितिश का स्वामी मंगल है तथा इस पर राजा मंत्री दोनों है दोनों पदों पर है जनता जर्नाधन को साथ लेकर चलना फायदेमंद रहेगा। नवीन कार्य करने होगे। 
                                इति शुभम्
(डॉ. पीएल गौतमाचार्य )

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