हैदराबाद । हैदराबाद पुलिस ने करोड़ों रुपये के लोन ऐप घोटाले में शामिल चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है। वह ऐप के जरिये लोन बांटने वाली कंपनियों के नेटवर्क का सरगना बताया है। ये कंपनियां कर्जदारों से 36 फीसदी ब्याज वसूलती थीं और बकाया होने पर बदनाम करने की धमकी देकर और अन्य तरीकों से कर्जदारों को परेशान करती थीं। दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम, मुंबई, पुणे, नागपुर और बेंगलुरु जैसे बडे़ शहरों से इस लोन ऐप नेटवर्क के तार जुड़े हुए हैं।
चीनी नागरिक झु वेई (लंबो) को दिल्ली एयरपोर्ट पर बुधवार को उस वक्त पकड़ा गया, जब वह देश छोड़कर भागने की फिराक में था। 27 साल का ये आरोपी चीन के जियांग्जी प्रांत का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक, वेई गैरकानूनी लोन ऐप घोटाले के पूरे ऑपरेशन का प्रमुख था। वह एग्लो टेक्नोलॉजीस, लिउफांग टेक्नोलॉजीस, नैबलूम टेक्नोलॉजीस और पिनप्रिंट टेक्नोलॉजीस कंपनियों के जरिये के लोन नेटवर्क को संभालता था।
ज्ञात कि एक टेक एक्सपर्ट समेत तीन लोगों द्वारा इन कंपनियों की धमकियों से तंग आकर आत्महत्या कर लेने के बाद पुलिस ने इस पूरे ऑपरेशन की तहकीकात शुरू की थी। जांच में खुलासा हुआ कि ये 1।4 करोड़ से ज्यादा बार लेनदेन कर चुकी इन कंपनियों का कारोबार 21 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का है। ये लेनदेन पिछले छह माह के दौरान पेमेंट गेटवे और कंपनियों के बैंक खातों के जरिये हुआ था। बिटक्वाइन के जरिये विदेश से भी लेनदेन हुआ है। इनके अंतरराष्ट्रीय लेनदेन की भी जांच की जा रही है कि कहीं लोन की आड़ में कुछ और साजिश तो नहीं चल रही थी।
करोड़ों के ऑनलाइन लोन ऐप घोटाले में हैदराबाद पुलिस ने एक भारतीय नागरिक के नागाराजू को भी आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले से पकड़ा है। उसने कथित तौर पर उन कॉल सेंटर को चलाने में अहम भूमिका निभाई, जिनके जरिये कर्जदारों को धमकाया और ब्लैकमेल किया जाता था। हैदराबाद पुलिस इस घोटाले में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। साथ ही कर्जदारों को धमकाने और ब्लैकमेल करने के लिए बनाए गए कई कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर चुकी है। साइबराबाद, रचकोंडा और आंध्र में भी कई गिरफ्तारियां हुई हैं।
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हैदराबाद पुलिस ने करोड़ों रुपये के लोन ऐप घोटाले में शामिल चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया