देश की सरकारी क्षेत्र की हवाई सेवा एयर इंडिया के दिन अच्छे नहीं चल रहे हैं। ‘कंगाली में आटा गीला’ वाली कहावत इसके साथ पूरी तरह चरितार्थ हो रही है। दरअसल, एयर इंडिया को विमानों के कलपुर्जे खरीदने के लिए एक कंपनी को लगभग 30 हजार डॉलर (करीब 20 लाख रुपये) की रकम अदा करनी थी, लेकिन उसने संबंधित कंपनी को ऑनलाइन भुगतान करने की जगह इस रकम को नाइजीरिया में किसी और व्यक्ति को ट्रांसफर कर दिया। बाद में इस मामले को भी दबा दिया गया था। 2017 में हुई इस गड़बड़ी पर अब जाकर एयर इंडिया ने इसकी जांच के आदेश जारी किए हैं। एयर इंडिया के सूत्रों के मुताबिक, यह मामला कुछ दिन पहले ही एयर इंडिया के चेयरमैन अश्विनी लोहानी की जानकारी में आया तो उन्होंने कंपनी के वित्त विभाग को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं, ताकि इस मामले में जिम्मेदारी निर्धारित की जा सके। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह गड़बड़ी लगभग डेढ़ साल पहले वॉशिंगटन में हुई थी। इस मामले में एयर इंडिया को विमानों के कलपुर्जे खरीदने के लिए लगभग 30 हजार डॉलर एक कंपनी को ट्रांसफर करने थे, लेकिन एयर इंडिया के अधिकारियों ने यह सारी रकम उस कंपनी की बजाय नाइजीरिया के किसी खाते में ट्रांसफर कर दी।
अधिकारियों का कहना है कि अक्टूबर 2017 में हुई इस गड़बड़ी का पता उस साल दिसंबर में एयर इंडिया को हुआ तो उसने वॉशिंगटन में ही पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई। हालांकि अब तक इस रकम का कोई अता-पता नहीं है। एयर इंडिया के सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा भारतीय मुद्रा के मुताबिक यह रकम करीब 20 लाख रुपये बनती है। वॉशिंगटन में रिपोर्ट दर्ज कराने के अलावा कोई और बड़ा ऐक्शन नहीं लिया गया। अब तक इस रकम के बारे में एयर इंडिया को कुछ पता नहीं चला। चेयरमैन अश्विनी लोहानी को हाल ही में इस गड़बड़ी के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद पता चला कि इस मामले की फाइल दबी हुई है और एयर इंडिया के स्तर पर जांच पड़ताल ही नहीं हुई। इसके बाद लोहानी ने मंगलवार को इस मामले में वित्त विभाग को जांच करने के आदेश दिए हैं।
नेशन
एयर इंडिया- ‘कंगाली में आटा गीला’, विमान के कलपुर्जे खरीदने की राशि किसी अन्य को भेजी, जांच के आदेश