
अबुधाबी । श्रीलंकाई टीम के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने कहा है कि छोटे प्रारूपों के आने के कारण टेस्ट क्रिकेट और भी रोमांचक हो गया है। संगकारा के अनुसार अधिकतर समय छोटे प्रारुप में खेलने के कारण खिलाड़ी टेस्ट में भी आक्रामक रवैये से उतरते हैं। इसलिए आजकल टेस्ट क्रिकेट में भी नए शॉट्स खेलने को मिलने लगे हैं। उन्होंने कहा, ‘स्कोरिंग की गति में बदलाव को देखें तो अब रिवर्स स्वीप, पैडल, आक्रामक मानसिकता के ये स्ट्रोक सभी छोटे प्रारूपों की देन है। यह टेस्ट क्रिकेट में भी दिखाई दे रहा है और इसे देखना काफी रोमांचक है।' ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने 118 गेंद में 97 रन बनाए। वहीं बेन स्टोक्स ने 2019 एशेज श्रृंखला में हेडिंग्ले टेस्ट में नाबाद 135 रन की आक्रामक पारी खेली थी। संगकारा ने कहा कि ऋषभ और चेतेश्वर पुजारा की विपरीत बल्लेबाजी शैली को देखना भी रोचक रहा। उन्होंने कहा, ‘ऋषभ जैसे बल्लेबाज काफी आक्रमक शैली में खेलते हैं वहीं पुजारा पारंपरिक बल्लेबाज हैं पर दोनो की साझेदारी अच्छी रही।'
संगकारा ने कहा, ‘यह देखकर अच्छा लगा कि 2 अलग खिलाड़ी, 2 अलग मानसिकता और तकनीक के साथ एक टीम में कैसे साथ में खेलते हैं। इसी तरह प्रारूपों की भी बात है।' भारतीय टेस्ट टीम में विकेटकीपर की जगह को लेकर काफी बहस व्याप्त है। ऋषभ बल्लेबाजी में बेहतर हैं वहीं रिधिमान साहा विकेटकीपर के तौर पर उनसे बेहतर हैं। यह पूछने पर कि दोहरी जिम्मेदारी कैसे निभानी चाहिए, पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, ‘अभ्यास। यदि विकेटकीपिंग अपेक्षा के अनुरूप नहीं है तो मेहनत करके सुधार करो। इसके लिए कोई और कोई तरीका नहीं है।'