लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सितंबर में मिशन रोजगार अभियान की शुरुआत की। अभियान के चलते 7 जनवरी तक 24.30 लाख श्रमिकों और बेरोजगार अभ्यर्थियों को रोजगार और स्वरोजगार मुहैया कराया गया है। मिशन रोजगार अभियान के तहत 35.35 करोड़ मानव दिवस सृजित किए गए। सरकार के इस अभियान के चलते जिन 24।30 लाख श्रमिकों और बेरोजगार अभ्यर्थियों को स्वरोजगार मुहैया हुआ है, उनके जीवन में बदलाव हुआ है। अभी यह अभियान चल रहा है और सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर भी मुख्यमंत्री ने भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
एक सरकारी अनुमान के अनुसार, यूपी के सभी विभागों में कुल मिलाकर पांच लाख के करीब पद खाली हैं जिन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के तहत भरा जाना है। इन रिक्त पदों को भरने के लिए तमाम विभागों में अब तेजी से कार्य किया जा रहा है और अधिकारियों का प्रयास है कि सरकार की मंशा के मुताबिक़ जल्द से जल्द युवाओं को रिक्त पदों पर नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू हो। इसके साथ ही राज्य की नौकरशाही मिशन रोजगार के तहत श्रमिक और बेरोजगार अभ्यर्थियों को रोजगार तथा स्वरोजगार मुहैया कराने को महत्व दे रही है। जिसके तहत अब तक 69,691 युवाओं की नियमित भर्ती की गई है। आउटसोर्सिंग के जरिये 2,259 तथा संविदा के तहत 36,868 बेरोजगारों को नौकरी दी गई। मिशन रोजगार अभियान के आंकड़ों के अनुसार 4,57,628 बेरोजगार युवाओं को स्वत: रोजगार करने के लिए मदद की गई। यहीं नहीं रोजगार करने के इच्छुक 59,728 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के लिए चयनित किया गया। मिशन रोजगार के तहत ही अब तक निजी क्षेत्र में 17,57,489 युवाओं को रोजगार मुहैया कराया गया। कुल मिलाकर बीती पांच दिसंबर से शुरू हुए मिशन रोजगार के तहत अब तक 24,30,793 श्रमिकों, बेरोजगार अभ्यर्थियों को रोजगार और स्वरोजगार मुहैया कराया गया।
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योगीराज में बेरोजगार के चेहरों पर लौटी खुशी -अब तक 24.30 लाख युवाओं को मिला रोजगार