बेंगलुरु । कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार में बुधवार को मंत्रिमंडल विस्तार किया गया। मंत्रिमंडल में सात नए चेहरे शामिल किए गए हैं। हालांकि, इस विस्तार से भाजपा के ही विधायक नाखुश दिखाई दिए। भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर पार्टी के ईमानदार और वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को ब्लैकमेल कर रहे लोगों को मंत्री बनाए जाने का दावा भी किया है। उन्होंने येदियुरप्पा से इस्तीफे की मांग भी की है।
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने 17 महीने पुरानी सरकार में मुख्यमंत्री समेत 27 मंत्री थे। विधायक उमेश कट्टी, अरविंद लिंबावली, मुर्गेश निरानी, सीपी योगेश्वर, एस अंगारा, एमएलसी एमटीबी नागराज और शंकर आर को मंत्री बनाया गया है। विजयपुरा सिटी से भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और उनके परिवार ने राज्य में पार्टी पर अपना एकछत्र राज बना लिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे मामले को गंभीरता से लें और राज्य से येदियुरप्पा परिवार की राजनीति को खत्म करें।
बसनगौड़ा ने दावा किया कि येदियुरप्पा को तीन लोग ब्लैकमेल कर रहे हैं। एक पॉलिटिकल सेक्रेट्री और दो मंत्री पिछले तीन महीने से एक सीडी के माध्यम से दबाव बना रहे थे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मैं मकर संक्रांति से पहले आपको चुनौती देता हूं कि जल्द ही आपके राजनीतिक कॅरियर के अंत का आगाज होगा। होन्नाली से विधायक और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव एमपी रेणुकाचार्य ने भी कहा कि सरकार सिर्फ बेंगलुरु और बेलगाम तक ही सिमट गई है। हैदराबाद कर्नाटक, सेंट्रल और कोस्टल कर्नाटक के साथ अन्याय हो रहा है। वहीं, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए रूरुष्ट एएच विश्वनाथ ने येदियुरप्पा पर वादे नहीं निभाने का आरोप लगाया।
उल्लेखनीय है कि येदियुरप्पा ने 26 जुलाई, 2019 को चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। राज्य में जेडीएस के नेतृत्व में कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई थी। लेकिन, कुछ विधायकों के बगावत करने से सरकार गिर गई थी। इसके बाद येदियुरप्पा ने सरकार बनाने का दावा किया था।
रीजनल साउथ
कर्नाटक में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद भाजपा विधायक ने लगाए गंभीर आरोप