पटना । बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने यहां के कर्मचारियों को नसीहत देते हुए कहा कि अनुशासनहीनता का आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सिन्हा शुक्रवार को सेंट्रल हॉल में सभा सचिवालय के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार विधान सभा बिहार में लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर है, जहां से मुझे और हमारे माननीय विधायकों को जनसेवा का मौका मिलता है। आप सब भाग्यशाली हैं कि इस लोकतांत्रिक मंदिर के महत्वपूर्ण भाग हैं। बिना आपके सक्रिय सहयोग के सभा सचिवालय की कार्य कुशलता नहीं बढ़ सकती है। यह सचिवालय सामान्य सचिवालय से हटकर है, जहं सबसे महत्वपूर्ण कार्य विधायी कार्यों का निपटारा भी होता है।
उन्होंने सभी कर्मियों को अपने जीवन में अच्छे चरित्र और अनुशासन का पाठ पढ़ाया। अनुशासनहीन आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सदस्यों से सम्मानजनक व्यवहार तथा ड्रेस कोड का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा। युवा कर्मियों को उन्होंने स्वामी विवेकानंद की बात- उठो, जागो और तब तक चलो जब तक लक्ष्य हासिल न हो जाये, बता कर उत्साहित किया और कहा कि आपके सकारात्मक कार्यों से सभा सचिवालय की गरिमा भी बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि आप अपनी पूरी योग्यता से मुझे सहयोग दें, मैं आपके वाजिब सहूलियतों को आप तक पहुंचा दूंगा। उन्होंने कहा कि संसदीय समितियां प्रत्येक साल में कम से कम तीन प्रतिवेदन एवं प्रत्येक सत्र में कम से कम एक प्रतिवेदन अवश्य सौंपे। कर्मियों के डिजिटल ज्ञान से कैसे सभा सचिवालय को गुणवत्तापूर्ण और प्रभावकारी तरीके से आगे ले जाये जाये, इस पर उनके कुछ सुझाव भी लिखित रूप मांगे गए। विधानसभा अध्यक्ष ने सभी अफसरों व कर्मियों को पूरी क्षमता से, विनम्रता के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया। विधानसभा के उपनिदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि इस पूरी बातचीत के दौरान विधानसभा के सचिव संजय कुमार सिंह भी मौजूद रहे।
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बिहार विधानसभा स्पीकर ने कर्मचारियों को दी नसीहत, कहा- अनुशासनहीन आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा