फेसबुक के सह-संस्थापक और मार्क जुकरबर्ग के कभी रूममेट रहे क्रिस ह्यूज ने दुनिया के लबसे बड़े सोशल मीडिया नेटवर्क को तोड़ने की बात कही है। ह्यूज ने चेताया है कि कंपनी के हेड मार्क जुकरबर्ग जरूरत से ज्यादा ताकतवर हो गए हैं। इसलिए अब फेसबुक का टूटना जरूरी है। ह्यूज ने आरोप लगाया कि फेसबुक अपनी प्रतियोगी कंपनियों को या तो खरीद लेता है या फिर उनकी नकल कर लेता है ताकि सोशल मीडिया के क्षेत्र में उसका वर्चस्व बना रहे। इससे निवेशक भी किसी प्रतिद्वंदी कंपनी में पैसा नहीं लगाते, क्योंकि उन्हें पता है कि वह ज्यादा दिन तक नहीं टिकेंगे। जुकरबर्ग और क्रिस ह्यूज ने ही हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में 2004 में दो अन्य दोस्तों के साथ मिलकर फेसबुक शुरू किया था। हालांकि करीब 10 साल पहले ह्यूज ने खुद को कंपनी से अलग कर लिया था। फिलहाल वह अमेरिका में इकोनॉमिक सिक्योरिटी प्रोजेक्ट नाम के संगठन से जुड़े हैं। यह संगठन देश में यूनिवर्सल बेसिक इनकम लागू करने की मांग उठा रहा है। फेसबुक के दुनिया भर में 2 बिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं। इसके साथ ही व्हाट्सएप, मैसेंजर और इंस्टाग्राम के एक बिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं। फेसबुक ने इंस्टाग्राम को 2012 में और व्हाट्सएप को 2014 में खरीदा था।