नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के चिडिय़ाघर में सभी मरे पाए सारस पक्षियों से लिए गए 12 नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बारे में बताया। एक सप्ताह पहले ही चिडिय़ाघर परिसर में एक पक्षी में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। दिल्ली सरकार के पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. राकेश सिंह ने बताया, कुछ दिन पहले दिल्ली के चिडिय़ाघर में चार सारस पक्षी मृत पाये गये थे। सोमवार को इनके 12 नमूने एकत्र किये गये और उन्हें जांच के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (एनआईएचएसएडी), भोपाल भेजा गया था। उन्होंने बताया कि सभी 12 नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। पिछले सप्ताह दिल्ली चिडिय़ाघर में एक मृत उल्लू में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। चिडिय़ाघर के निदेशक रमेश पांडे ने बताया, वे सभी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं और स्थिति पर कड़ाई से निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, चिडिय़ाघर परिसर में पक्षियों पर नजर रखने के लिए ईबर्ड मोबाइल ऐप्लिकेशन का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह पहला मौका है जब बर्ड फ्लू महामारी के दौरान पक्षियों की निगरानी और उन पर नजर रखने के लिए इस ऐप्लिकेशन का इस्तेमाल किया जा रहा है। सिंह ने कहा कि बर्ड फ्लू की स्थिति के मद्देनजर दिल्ली में छह जनवरी से 21 जनवरी के बीच 1,338 पक्षियों के मरने की सूचना है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न जगहों लिए गये 207 नमूनों में से अब तक 24 में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने एक मृत कौवे में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद मंगलवार को लोगों के लाल किला में प्रवेश पर शुक्रवार तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया। लाल किला परिसर में 10 जनवरी को करीब 15 कौवे मृत पाये गये थे। पिछले सप्ताह नगर निगमों ने पार्कों में कौवों और बत्तखों से लिए गये नमूनों और राष्ट्रीय राजधानी की झीलों से लिए गये पक्षियों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद मुर्गें-मुर्गियों तथा उनके प्रसंस्कृत मांस की बिक्री एवं भंडारण पर अस्थायी रोक लगा दी थी। बर्ड फ्लू पर नियंत्रण पाने के लिए संजय झील में करीब 400 बत्तखों को 11 जनवरी को मार दिया गया। दिल्ली सरकार ने भी शहर के बाहर से आने वाले मुर्गे-मुर्गियों के पैकेटबंद एवं प्रसंस्कृत मांस की बिक्री पर रोक लगा दी थी और पूर्वी दिल्ली में गाजीपुर मुर्गा मंडी को 10 दिन के लिए बंद करने का आदेश दिया था। गाजीपुर मुर्गा मंडी से लिए गये सभी 100 नमूनों में संक्रमण की पुष्टि नहीं होने के बाद गुरुवार को यह प्रतिबंध हटा लिया गया। गाजीपुर मुर्गा मंडी एशिया की सबसे बड़ी मुर्गा मंडी है।
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दिल्ली के चिडियाघर में मरे पाए गए सभी सारस पक्षियों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं: अधिकारी