नई दिल्ली । पीएमसी और एचडीआईएल घोटाले में वीवा ग्रुप के एमडी मेहुल ठाकुर और निदेशक मदन गोपाल चतुर्वेदी को चार दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया गया है। ईडी ने इस मामले में वीवा ग्रुप के 5 ठिकानों पर छापा मारा जिसमें कुछ डिजिटल दास्तावेज बरामद किए गए, जिसके आधार पर इन दोनों लोगों को गिरफ्तार किया गया।
ईडी ने इस मामले में पूर्व विधायक हितेंद्र ठाकुर के वीवा ग्रुप के ठिकानों पर बड़ी छापेमारी की थी। हितेंद्र ठाकुर बहुजन विकास अघाड़ी नाम की पार्टी के अध्यक्ष हैं। ईडी को इस घोटाले में गिरफ्तार हो चुके मुख्य आरोपी प्रवीण राउत और ठाकुर परिवार के बीच मनी ट्रेल के सबूत मिले हैं। वीवा ग्रुप के एमजी मेहुल ठाकुर हितेंद्र ठाकुर के भतीजे हैं। पीएमसी घोटाले में कई अधिकारियों के नाम सामने आ चुके हैं। इससे पहले भी ईडी कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
पीएमसी बैंक मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले दिनों शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से फिर पूछताछ करने के बारे में बताया था। 4,300 करोड़ रुपए की मनी लांड्रिंग के इस मामले में ईडी ने वर्षा राउत को पेश होने के लिए समन भेजा था। इससे पहले भी ईडी ने मनी लांड्रिंग रोधी कानून (पीएमएलए) के तहत वर्षा से मुंबई स्थित अपने कार्यालय में पूछताछ की थी। ईडी बैंक लोन घोटाले के मामले में आरोपी प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी राउत की ओर से 55 लाख रुपए के फंड ट्रांसफर के मामले में वर्षा की भूमिका की जांच कर रही है।
प्रवीण राउत इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी गुरु आशीष कंस्ट्रक्शंस का डायरेक्टर है। यह कंपनी इस मामले की आरोपित फर्म हाउसिंग डेवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआइएल) की सब्सिडियरी है। प्रवीण राउत को राज्य पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया था। ईडी ने हाल में उसकी 72 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।
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वीवा ग्रुप के एमडी-डायरेक्टर को चार दिन की ईडी हिरासत में भेजा