रांची। लालू प्रसाद को जब रांची रिम्स के पेइंग वार्ड से निकाला जा रहा था तो सबसे ज्यादा मीडियावालों का जमावड़ा था। कुछ पुलिसवाले और कुछ ही (नेता टाइप) कार्यकर्ता भी थे। सबसे पहले लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती बाहर निकली। हलचल बढ़ने लगी। इसके बाद मेडिकल स्टाफ और सुरक्षा कर्मचारियों ने मोर्चा संभाला। लालू प्रसाद व्हील चेयर पर बैठकर बाहर निकले। इसके बाद लालूजी...लालूजी...की आवाज गूंजने लगी। कैमरे के फ्लैश चमकने लगे। लालू प्रसाद ने हाथ उठाकर मीडियावालों का अभिवादन किया। शायद काफी दिनों बाद लालू प्रसाद ने इतने सारे कैमरे का सामना किया था। लालू प्रसाद की तबीयत खराब है। वरना इतने कैमरे को देखकर लालू प्रसाद का मन बयान देने के लिए मचल उठता। कुछ ही मीटर पर लालू प्रसाद की एंबुलेंस तैयार थी।
दिल्ली एम्स में इससे पहले मार्च 2018 में लालू प्रसाद भर्ती हुए थे। फिर उनसे कई नेता मिलने लगे। सोशल मीडिया पर फोटो भी शेयर करने लगे। खबरों की सुर्खियां बनने लगी। राहुल गांधी ने भी लालू यादव से मुलाकात की थी। महीने भर के इलाज के बाद लालू प्रसाद ठीक हो गए (एम्स के मुताबिक) थे। 30 अप्रैल 2018 को एम्स ने लालू प्रसाद को छुट्टी दे दी। लेकिन अस्पताल की छुट्टी पर लालू प्रसाद ने आपत्ति जताई। लालू प्रसाद ने एम्स के डायरेक्टर को चिट्ठी लिखी।
लालू प्रसाद ने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि ’’अभी मेरी तबीयत ठीक नहीं है। मैं किडनी इंफेक्शन, हृदय रोग, शुगर समेत कई बीमारियों से ग्रसित हूं। अस्पताल से मेरी छुट्टी को लेकर कार्रवाई हो रही है। अगर मुझे एम्स से रांची भेजा जाता है और मेरे जीवन पर इसका कोई खतरा उत्पन्न होता है तो इसकी पूरी जवाबदेही आपकी होगी।’’
रीजनल ईस्ट
33 महीने बाद फिर दिल्ली एक्स की दहलीज पर लालू प्रसाद वर्ष 2018 में एम्स में छुट्टी मिलने जतायी थी नाराजगी