पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हरियाणा में यहां आयोजित रैली (लाकसभा इलेक्शन २०१९) में कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जनता कांग्रेस और उनके नेताओं से सावधान रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गुरू और राजीव गांधी के करीबी रहे सैम पित्रोदा ने १९८४ के दंगों के बारे में कहा कि जो हुआ, सो हुआ। इतने लोगों की जानें गईं और ये लोग कह रहे हैं कि जो हुआ, सो हुआ। कांग्रेस के लिए मनुष्यों की जिंदगी की कोई कीमत नहीं है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के इस वरिष्ठ और गांधी परिवार के करीबी नेता के १९८४ के सिख विरोधी दंगों के संदर्भ में ‘हुआ सो हुआ' जैसे तीन शब्द कांग्रेस के अहंकार को प्रदर्शित करते हैं।
इससे पहले भाजपा ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा पर १९८४ के सिख विरोधी दंगों पर उनकी कथित टिप्पणियों को लेकर निशाना साधा और माफी की मांग की। केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पित्रोदा की टिप्पणियां ‘हैरान' करने वाली हैं और किसी को भी इसकी उम्मीद नहीं थी। जावड़ेकर ने कहा कि उन्होंने (पित्रोदा) कहा कि १९८४ में नरसंहार हुआ। तो क्या? देश को यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और हम इसे बर्दाशत नहीं कर सकते। १९८४ के दंगों के बारे में पूछे जाने पर पित्रोदा ने कथित रूप से कहा था, '८४ में हुआ तो हुआ।' भाजपा नेता ने कांग्रेस पर लोगों की भावनाओं से खेलने का आरोप लगाया। जावड़ेकर ने कहा कि पित्रोदा राजीव गांधी के साथी और राहुल गांधी के गुरु हैं। अगर गुरु ऐसा है तो 'चेला' कैसा होगा? कांग्रेस यही कर रही है ।।। पूरी तरह से जनता की भावनाओं के प्रति असंवेदनशील। उन्होंने कहा कि उन्हें माफी मांगनी होगी। हम सोनिया गांधी और राहुल गांधी से न सिर्फ सिखों बल्कि पूरे देश से माफी की मांग करते हैं क्योंकि यह देश के लिये अस्वीकार्य अपराध है।
नेशन
राहुल के गुरु सैम पित्रोदा ने १९८४ के सिख दंगों के बारे में कहा- जो हुआ, सो हुआ: पीएम नरेंद्र मोदी